नई दिल्ली: Vivah Yog 2024:  वैदिक ज्योतिष के अनुसार कुंडली में 7वां भाव विवाह का योग बनता है. कुंडली में विवाह योग होने का मतलब यह नहीं है कि आपकी जल्दी शादी हो जाएगी. विवाह योग के साथ-साथ आपके कर्म भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. विवाह योग और जल्द शादी के उपायों का उपयोग करके आप अपनी शादी की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं. 


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कुंडली में सप्तम भाव
ज्योतिष शास्त्र में, विवाह योग कई ग्रहों और भावों के संयोजन से बनता है. कुंडली में सप्तम भाव विवाह का मुख्य भाव माना जाता है. इस भाव में शुभ ग्रहों की स्थिति विवाह के योग बनाती है. इसके अलावा, शुक्र और गुरु ग्रहों को भी विवाह का कारक माना जाता है. इन ग्रहों की स्थिति और अन्य ग्रहों के साथ संबंध भी विवाह योग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.


कुछ प्रमुख विवाह योग:
यदि सप्तमेश सप्तम भाव का स्वामी शुभ भाव जैसे 1, 4, 5, 9, 10  में स्थित हो तो विवाह योग बनता है. यदि शुक्र और गुरु ग्रहों का आपस में शुभ संबंध हो तो विवाह योग बनता है. यदि सप्तम भाव में शुभ ग्रह जैसे चंद्र, बुध, बृहस्पति स्थित हो तो विवाह योग बनता है. यदि कुंडली में राजयोग बन रहा हो तो विवाह योग भी बनता है.


जल्द शादी के उपाय
-गुरुवार का व्रत: गुरुवार का व्रत रखकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें.
-शुक्रवार का व्रत: शुक्रवार का व्रत रखकर माता लक्ष्मी और भगवान शिव की पूजा करें.
-मंगलवार का व्रत: मंगलवार का व्रत रखकर भगवान हनुमान की पूजा करें.
-शिव-पार्वती मंदिर में दर्शन: शिव-पार्वती मंदिर में जाकर दर्शन करें और विवाह के लिए प्रार्थना करें.
-दान-पुण्य: गरीबों और जरूरतमंदों को दान-पुण्य करें.
-नियमित पूजा: नियमित रूप से भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी, भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान हनुमान की पूजा करें.
-मंत्र जाप: 'ॐ नमः शिवाय', 'ॐ विष्णवे नमः', 'ॐ लक्ष्मी नारायणाय नमः' और 'ॐ हनुमते नमः' मंत्रों का जाप करें.
 
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)