नई दिल्ली: वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के ख़िलाफ़ अवमानना के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की गई. कोर्ट ने प्रशांत भूषण के खिलाफ नोटिस जारी करके पूछा कि क्यों नहीं चलाया जाए कन्टेम्प्ट का मामला? प्रशांत भूषण पर न्यायपालिका के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है. मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है.


प्रशांत भूषण को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस


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वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण की मुश्किलें बढ़ गई हैं. प्रशांत भूषण के खिलाफ अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई और नोटिस जारी किया गया. आपको बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को स्वतः संज्ञान लेते हुए प्रशांत भूषण के खिलाफ कोर्ट की अवमानना की कार्यवाही शुरू की है. सुप्रीम कोर्ट  ने प्रशांत भूषण के साथ-साथ ट्विटर इंडिया पर भी अवमानना का मामला शुरू किया है.


'अपमान वाली आदत' का अंत कब?


प्रशांत भूषण के खिलाफ अवमानना की ये कार्यवाही न्यायपालिका खासकर सुप्रीम कोर्ट को लेकर किए गए विवादित ट्वीट पर शुरू की गई है. इस मामले की सुनवाई जस्टिस बी आर गवई, जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस कृष्ण मुरारी की बेंच कर रही है. भूषण ने सुप्रीम कोर्ट पर कुछ आपत्तिजनक ट्वीट किए हैं. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सुप्रीम कोर्ट ने भूषण के किस खास ट्वीट को अवमानना के दायरे में रखा है.


आपको बता दें, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब अपनी करतूत के चलते प्रशांत भूषण मुसीबत में घिर गए हैं. इससे पहले साल 2009 में भी वकील प्रशांत भूषण के खिलाफ देश की सर्वोच्च अदालत यानी सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को केस चल रहा है. इसे लेकर सर्वोच्च न्यायालय की आपराधिक अवमानना का मामला दर्ज हुआ था, जिसकी सुनवाई भी आने वाले शुक्रवार को होने वाली है.


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वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना मामले में आज सुनवाई हुई. अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. प्रशांत भूषण पर न्यायपालिका के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप है. जिसे लेकर अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए आपराधिक अवमानना का मामला दर्ज किया है. कोर्ट के खिलाफ भूषण के कुछ ट्वीट्स का सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया है.


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