लखनऊ: कानपुर में पुलिस पर वीभत्स हमला करने वाला विकास दुबे मुठभेड़ में मारा गया. विकास को कल ही उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था. बड़ी बात ये है कि उसके एनकाउंटर का मामला गुरुवार रात ही सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया था और इस याचिका में विकास दुबे के एनकाउंटर की आशंका जताई गई थी. ये आशंका आज सुबह सही साबित हो गयी.


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विकास दुबे के एनकाउंटर पर पुलिस ने कहा कि कानपुर ले जाते समय पुलिस की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया और वो पलट गई. इसी दौरान विकास दुबे ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर उसने हमला किया जिसमें पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसकी मौत हो गयी.


सुप्रीम कोर्ट पहुंचा एनकाउंटर प्रकरण


 गौरतलब है कि विपक्ष के कई नेता एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर रहे हैं और कह रहे हैं कि कई बड़े नेताओं और अधिकारियों को बचाने के लिए पुलिस ने ये एनकाउंटर कर दिया है. गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के मामले में सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है.


याचिका में यूपी पुलिस की भूमिका की जांच की मांग की गई है. हालांकि याचिका कल गुरुवार देर रात कोर्ट में दायर की गई जिसमें विकास दुबे का एनकाउंटर किए जाने की आशंका जताई की गई थी.


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विकास दुबे को एनकाउंटर से बचाने की अपील की गई थी


सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करके विकास दुबे को एनकाउंटर से बचाने की कोशिश की गई थी. पुलिस पर याचिकाकर्ता को पहले से शक था. याचिकाकर्ता के वकील घनश्याम उपाध्याय का कहना है कि वो आज ही सुनवाई की मांग करेंगे. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में विकास को एनकाउंटर से बचाने की मांग की गई थी.


उल्लेखनीय है कि विकास के घर, मॉल को ढहाने के मामले में FIR दर्ज करने और पूरे मामले की जांच CBI को सौंपने की भी मांग की गई है. आपको बता दें कि  हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे आज सुबह 7:15 बजे से 7:35 के बीच यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया.