कानपुर की पुलिस पर कैसे करें विश्वास? योगी सरकार से 9 तीखे सवाल
कानपुर में लैब टेक्नीशियन का अपहरण और हत्या मामले में यूपी के सीएम ने बड़ी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में आईपीएस अफसर अपर्णा गुप्ता समेत 4 पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया है. बता दें, पुलिस पर पीड़ित परिवार ने बेहद ही गंभीर आरोप लगाए हैं.
नई दिल्ली: कानपुर के बर्रा इलाके रहने वाले लैब टेक्नीशियन के पद पर पर काम करने वाले संजीत यादव अपहरण हत्या कांड में जहां पुलिस कह रही है कि पैसा परिजनों की तरफ से नहीं दिया गया है. वही संजीत के मामा और परिवार वालों का कहना है कि घर के जेवर और मकान गिरवी रखकर हम लोगों ने पैसा दिया और पुलिस खुद अपहरणकर्ताओं को पैसा दिलवाने गई थी.
1. कानपुर अपहरण-हत्या मामले में बड़ी कार्रवाई
2. संजीत यादव हत्याकांड में 4 पुलिसवाले सस्पेंड
3. आईपीएस अफसर अपर्णा गुप्ता निलंबित
4. तत्कालीन डिप्टी एसपी मनोज गुप्ता भी सस्पेंड
5. फिरौती के आरोप की जांच ADG वी पी जोगदंड करेंगे
कानपुर अपहरण और हत्या मामले में यूपी के सीएम की बड़ी कार्रवाई की है. आईपीएस अफसर अपर्णा गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है. 31 दिन पहले अगवा हुए लैब टेक्नीशियन की हत्या हुई थी.
संजीत यादव का परिवार का बार-बार ये दावा कर रहा है कि पुलिस की मौजूदगी में फिरौती दी गई थी लेकिन पुलिस कुछ कर नहीं पाई. परिवार का कहना है कि पुलिस की लापरवाही से संजीत की जान गई है. लापरवाह पुलिसवालों पर परिवार कार्रवाई की मांग कर रहा है. संजीत की बहन कहना है कि थानेदार, चौकी प्रभारी उसके भाई की मौत के लिए जिम्मेदार हैं.
ADG वी पी जोगदंड करेंगे मामले की जांच
कानपुर अपहरण और हत्या मामले में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने की बड़ी कार्रवाई करते हुए आईपीएस अफसर अपर्णा गुप्ता, तत्कालीन डिप्टी एसपी मनोज गुप्ता समेत 4 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. कानपुर में फिरौती के पैसे दिए गए या नहीं इसकी जांच ADG वी पी जोगदंड करेंगे.
कब क्या हुआ?
22 जून- रात में अस्पताल से घर आते समय संजीत का अपहरण
23 जून- संजीत के परिवार ने जनता नगर चौकी में गुमशुदगी की तहरीर दी
26 जून- एसएसपी के आदेश पर राहुल यादव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
29 जून- संजीत के परिवार को 30 लाख की फिरौती के लिए फोन आया
5 जुलाई- संजीत के परिवार ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया
13 जुलाई- संजीत के परिवार ने अपहरणकर्ताओं को फिरौती की रकम दी
13 जुलाई- संजीत के परिवार ने 30 लाख रु. से भरा बैग गुजैनी पुल से नीचे फेंक दिया
13 जुलाई- फिरौती की रकम देने के बाद भी संजीत नहीं लौटा
14 जुलाई- संजीत के परिवार ने एसएसपी और आईजी रेंज से शिकायत की
16 जुलाई- बर्रा इंस्पेक्टर रंजीत राय को सस्पेंड किया गया
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मृतक के परिवारवालों ने जो आरोप लगाए हैं उसे कानपुर पुलिस सही मान रही है. पुलिसवालों ने भी ये माना है कि अपहरणकर्ता पैसे लेकर भागे हैं. अब ऐसे में सवाल ये है कि पुलिस तरह-तरह की बातें आखिरकार क्यों कर रही है? ज़ी हिन्दुस्तान डंके की चोट पर पुलिस से कुछ सवाल पूछ रहा है.
सवाल नंबर 1). अपराधियों को फिरौती दिलाने में पुलिस का साथ?
सवाल नंबर 2). संजीत यादव की हत्या के लिए पुलिस जिम्मेदार?
सवाल नंबर 3). पुलिस के सामने अपराधियों ने कैसे मांगी फिरौती?
सवाल नंबर 4). अपराधियों पर पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की?
सवाल नंबर 5). कानपुर पुलिस ने कहा, अपराधियों को पैसे दे दो?
सवाल नंबर 6). पीड़ितों पर बयान बदलने का दबाव क्यों?
सवाल नंबर 7). कानपुर की पुलिस पर कैसे करें विश्वास?
सवाल नंबर 8). अपराधियों की सुरक्षा कानपुर पुलिस का संकल्प?
सवाल नंबर 9). योगी सरकार की पुलिस इतनी लापरवाह कैसे हो गई?
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