नई दिल्ली: देशद्रोह का आरोपी उमर खालिद अपनी करतूत के चलते अब दिल्ली दंगा मामाले में बुरी कपब घिर गया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली हिंसा की साजिश रचने के आरोप में उमर खालिद के खिलाफ कानून का शिकंजा कस दिया है.


दंगों के 'खालिद' की अब खैर नहीं!


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नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए की आड़ में दंगा भड़काने वालों की अब खैर नहीं है. देश की राजधानी दिल्ली में फरवरी के महीने में हिंसा भड़की थी. दिल्ली हिंसा की साजिश में उमर खालिद की भूमिका के लिए उससे पूछताछ की जा सकती है. 


खालिद ने भाषण से दंगों के लिए उकसाया?


आपको याद दिला दें, कि उमर खालिद ने ट्रंप के भारत दौरे से पहले अपने भाषण के जरिए भड़काया था. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने दिल्ली दंगों में चल रही जांच में UAPA और देशद्रोह जैसी गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. इन धाराओं के तहत अब तक दिल्ली पुलिस 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.


दिल्ली हिंसा की साजिश रचने वाले उमर खालिद के खिलाफ 6 मार्च को FIR दर्ज की गई थी. जिसकी जांच स्पेशल सेल कर रही है. अब आपको दिल्ली दंगों में उमर खालिद के गुनाहों का हिसाब बताते हैं.


खालिद पर दिल्ली में दंगे की साजिश का आरोप


देशद्रोह के आरोपी जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद पर 23, 24, 25 फरवरी को नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में दंगे का आरोप है. जिसमें भीड़ में भड़काऊ भाषण देने का आरोप, भीड़ जमा कर लोगों को इकठ्टा करने का आरोप औक नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के कई इलाकों में दंगे का समाना इकठ्ठा किया गया था. जिसमे दानिश नाम के शख्स ने मदद की थी.


दिल्ली दंगों के आरोपी आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन पर UAPA एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. दिल्ली में चांद बाग हिंसा और आईबी अफसर अंकित हत्याकांड में ताहिर हुसैन आरोपी है. ज़ी मीडिया ने ताहिर हुसैन की दंगा फैक्ट्री पर सबसे बड़ा खुलासा किया था.


जिन्होंने दिल्ली जलाई, अब उनकी शामत आई?


ये FIR दिल्ली को आग लगाने की साजिश रचने वालों के लिए किसी हाई वोल्टेज झटके से कम नहीं है. क्योंकि ये उनके उन गुनाहों का कच्चा चिट्ठा है, जो उनकी करतूत का खुलासा करती है. FIR में ये बताया गया है कि 23, 24 और 25 देश की राजधानी दिल्ली में जो दंगा फैलाया गया और आग लगाया गया वो सुनियोजित साजिश थी.


दिल्ली दंगे से 'टुकड़े-टुकड़े' गैंग का लिंक?


दिल्ली दंगे में भी टुकड़े-टुकड़े गैंग का लिंक सामने आ रहा है. क्योंकि इस गैंग के सबसे शीर्ष सदस्यों की सूची में शामिल देशद्रोह का आरोपी उम खालिद ने भड़काऊ भाषण देकर लोगों को सड़कों पर आने की अपील की थी. खालिद ने हिन्दुस्तान के खिलाफ इंटरनेशनल प्रोपोगेंडा फैलाने की कोशिश की, जिसका ये मकसद था कि ट्रंप के दौरे में संदेश दुनिया को जाए कि भारत में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है.


दिल्ली को आग लगाने वालों की खैर नहीं


स्पेशल सेल ने इस मामले में जामिया यूनिवर्सिटी के छात्र मीरन हैदर और जामिया को-ऑर्डिनेशन कमेटी के मीडिया कॉर्डिनेटर सफूरा जरगर समेत 6 लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. हैदर और जरगर फिलहाल न्यायिक हिरासत में है.


मीरन हैदर पर दंगों को भड़काने की साजिश और फंडिंग का भी आरोप है. वहीं सफूरा जरगर, इशरत जहां और खालिद सैफी पर भीड़ इकट्ठा करने और दंगा कराने का आरोप है. आरोपी के वकील के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने इन सभी आरोपियों पर UAPA की धारा 13,16,17,18 भी लगा दी है. उमर खालिद जो अभी गिरफ्त से बाहर है उसकी गिरफ्तारी के बाद उस पर UAPA की धारा के तहत मुकदमा चलाया जा सकता है.


उमर खालिद पर इससे पहले JNU में देश के खिलाफ नारेबाजी करने के मामले में भी मामला दर्ज हो चुका है और देशद्रोह की धारा के तहत चार्जशीट भी दाखिल हो चुकी है.


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उमर खालिद को अगर पुलिस जांच के बाद गिरफ्तार करती है तो ये दूसरा मामला होगा जिसमें उमर खालिद देशद्रोह और आतंकियों के खिलाफ लगने वाली धाराओं में गिरफ्तारी होगी. मतलब साफ है कि दिल्ली दंगों के गुनहगार पर अब सख्त कानून का प्रहार होगा.


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