नई दिल्लीः Lok sabha Chunav 2024: समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कन्नौज लोकसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल कर दिया. अखिलेश ने कन्नौज से नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ सपा के प्रमुख महासचिव राम गोपाल यादव भी मौजूद थे. सपा ने इससे पहले मैनपुरी से पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव को कन्नौज लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अखिलेश के शपथ पत्र में उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों का भी ब्योरा दिया गया है. उनके खिलाफ कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन समेत 3 केस दर्ज हैं.


सबसे पहले उपचुनाव जीते थे अखिलेश


अखिलेश यादव 2000 में कन्नौज सीट पर हुए उपचुनाव में पहली बार सांसद चुने गये थे. उसके बाद वह 2004 और 2009 में भी इसी सीट से सांसद रहे. उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद लोकसभा से इस्तीफा देने के चलते 2012 में कन्नौज सीट पर हुए उपचुनाव में अखिलेश की पत्नी डिंपल निर्विरोध चुनी गई थीं. 


2014 में यहां से डिंपल यादव जीती थीं


वर्ष 2014 के आम चुनाव में भी डिंपल ने इसी सीट से जीत दर्ज की थी. हालांकि साल 2019 के चुनाव में वह भाजपा के सुब्रत पाठक से पराजित हो गई थीं. अखिलेश यादव वर्तमान में करहल विधानसभा सीट से विधायक हैं और उप्र विधानसभा में नेता विपक्ष हैं. 


13 मई को चौथे चरण में होनी है वोटिंग


वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में वह करहल सीट से पहली बार विधायक बने थे. कन्नौज में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत आगामी 13 मई को मतदान होगा. इस सीट के लिए नामांकन बृहस्पतिवार 25 अप्रैल को शुरू होंगे.


बीजेपी की ओर से सुब्रत पाठक हैं उम्मीदवार


वहीं कन्नौज सीट से मौजूदा सांसद सुब्रत पाठक एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं. अखिलेश यादव के नामांकन पर उन्होंने एक मीडिया आउटलेट से कहा कि अखिलेश यादव राज्य में सबसे बड़ा सांप्रदायिक चेहरा हैं. वह माफियाओं के मातम में जाते हैं. कन्नौज की जनता ने हमेशा इतिहास लिखा है. इस बार भी अखिलेश यादव को हराने का मन बना चुके हैं.


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.