नई दिल्ली: Chirag Paswan Hajipur: लोजपा (राम विलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. पहले से ही ये कयास थे कि वे इसी सीट से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. यह सीट लोजपा संस्थापक राम विलास पासवान का गढ़ रही है. चर्चा है कि पशुपति पारस भी RJD से गठबंधन कर इसी सीट से ताल ठोक सकते हैं. पशुपति पारस इस सीट से वर्तमान में सांसद हैं.


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हाजीपुर में कब होगी वोटिंग
हाजीपुर सीट पर पांचवे फेज में वोटिंग होगी. यहां पर वोटर्स 20 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान करेंगे. इसके बाद 4 जून को चुनाव का रिजल्ट जारी होगा. 


2019 में कौन जीता, किसको कितने वोट मिले?
2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से राम विलास पासवान के भाई और चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस सांसद चुने गए थे. पशुपति पारस को इस चुनाव में 53.8% वोट मिले. दूसरे नंबर पर RJD के शिवचंद्र राम रहे. पशुपति कुमार पारस को 2019 के चुनाव में 541,310 वोट मिले.  RJD के शिवचंद्र राम को 335,861 वोट मिले. जबकि निर्दलीय प्रत्याशी राज पासवान को 30,797 वोट प्राप्त हुए. इस सीट से कुल 11 प्रत्याशी मैदान में थे.


हाजीपुर लोकसभा सीट का इतिहास
हाजीपुर सीट से पहली बार 1952 में राजेश्वर पटेल सांसद बने थे. 1957 औट 1962 का चुनाव भी उन्होंने कांग्रेस का टिकट जीता था. 1967 में वाल्मीकि चौधरी जीते. 1971 में रामशेखर प्रसाद सिंह भी कांग्रेस से सांसद बने. 1977 के चुनाव में यहां जनता पार्टी के टिकट पर राम विलास पासवान ने जीते. 1980 में राम विलास फिर से सांसद बने. 1984 में यहां फिर से कांग्रेस जीती, राम रतन राम सांसद बने. हालांकि, 1989 में राम विलास पासवान ने फिर से जनता दल के टिकट पर वापसी की, चुनाव जीते. 1991 में जनता दल के रामसुंदर दास जीते. 1996 से 2004 तक फिर रामविलास पासवान ही यहां के सांसद रहे. 2009 में रामसुंदर दास ने जनता दल (यूनाइटेड) के टिकट पर चुनाव लड़ा और सांसद बने. 2014 और 2019 का चुनाव भी पासवान परिवार ने ही जीता.


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