Karnataka Election: बसवराज बोम्मई इस सीट से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव, सीएम ने खुद किया खुलासा
सीएम बसवराज बोम्मई ने सोमवार को पुष्टि की कि वह विधानसभा चुनाव में हावेरी जिले के अपने गृह नगर शिग्गांव से चुनाव लड़ेंगे.
नई दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को पुष्टि की कि वह विधानसभा चुनाव में हावेरी जिले के अपने गृह नगर शिग्गांव से चुनाव लड़ेंगे. बोम्मई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार के सत्ता में आने के बाद देश में कई बदलाव हुए हैं.
शिग्गांव से चुनाव लड़ेंगे सीएम बसवराज बोम्मई
बोम्मई ने संवाददाताओं से कहा, “मैं हावेरी में शिग्गांव से चुनाव लड़ूंगा.” उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा चुनाव का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा, “हम अपने प्रदर्शन के आधार पर वोट मांग रहे हैं.” बोम्मई जुलाई 2021 से राज्य के मुख्यमंत्री हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा के खिलाफ लहर नहीं है बल्कि उसके पक्ष में लहर है. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार थी तब देश में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और अनिश्चितता थी जिसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा.
शिकारीपुरा सीट से चुनाव लड़ेंगे येदियुरप्पा के बेटे
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा कि उनके बेटे बी. वाई. विजयेंद्र 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में जिले की शिकारीपुरा सीट से मैदान में उतरेंगे. येदियुरप्पा विधानसभा में छह बार इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. पहले ही चुनावी राजनीति से संन्यास की घोषणा कर चुके भाजपा के वरिष्ठ नेता ने अपने बेटे को मैसूर के वरुणा से कांग्रेस के दिग्गज सिद्धरमैया के खिलाफ मैदान में उतारने की संभावना से एक बार फिर इनकार किया.
प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष विजयेंद्र ने शिकारीपुरा सीट से चुनाव लड़ने के लिए लोगों से आशीर्वाद मांगा. येदियुरप्पा ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “विजयेंद्र पर वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने का दबाव था, लेकिन मैंने तय किया कि उन्हें शिकारीपुरा से चुनाव लड़ना चाहिए, क्योंकि यही वह निर्वाचन क्षेत्र था, जिसने मुझे राजनीतिक जीवन में पहचान और सम्मान दिलाया.”
अभी तक उम्मीदवारों की सूची को नहीं मिली मंजूरी
येदियुरप्पा का बयान तब आया जब भाजपा के केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने अभी तक उम्मीदवारों की सूची को मंजूरी नहीं दी है. केंद्रीय संसदीय बोर्ड पार्टी में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है, जिसके येदियुरप्पा सदस्य हैं. विजयेंद्र ने अपने संबोधन में कहा कि उनके पिता ने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में हमेशा हर धार्मिक समुदाय को साथ लिया. विजयेंद्र ने कहा कि अगर येदियुरप्पा राजनीतिक रूप से बढ़े हैं तो यह शिकारीपुरा में उनके कार्यकर्ताओं के काम के कारण.
उन्होंने कहा कि न तो येदियुरप्पा और न ही उनके परिवार के सदस्य उनके (येदियुरप्पा के) आगे बढ़ने में लोगों के योगदान को कभी भूल सकते हैं. उन्होंने कहा, “मैं यहां आप सभी से अपील करने आया हूं कि आने वाले दिनों में मुझे सेवा का मौका दें.” उन्होंने कहा कि वह समाज के सभी समुदायों को साथ लेकर चलेंगे. पिछले हफ्ते, येदियुरप्पा ने संकेत दिया कि उनका बेटा वरुणा से चुनाव लड़ सकता है, लेकिन अगले ही दिन उन्होंने इस संभावना से इनकार कर दिया था.
(इनपुट- भाषा)
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