कसाब और करकरे... महाराष्ट्र में एक Terrorist और IPS क्यों बने चुनावी मुद्दा?
Ajmal Kasab and Hemant Karkare: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार ने दावा किया है कि IPS अधिकारी हेमंत करकरे की मौत RSS से जुड़े एक पुलिस अधिकारी की गोली से हुई.
नई दिल्ली: Ajmal Kasab and Hemant Karkare: महाराष्ट्र की राजनीति में कसाब और करकरे चुनावी मुद्दा बने गए हैं. कांग्रेस के एक नेता ने हेमंत करकरे की मौत पर सवाल उठाए हैं, तो वहीं भाजपा के एक नेता ने कसाब को जेल में बिरयानी मिलने का दावा किया है. इसके बाद से ही महाराष्ट्र में बयानबाजी का दौर जारी है.
क्या बोले कांग्रेस के नेता?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार ने दावा किया है कि IPS अधिकारी और ATS के पूर्व प्रमुख हेमंत करकरे की मौत कसाब फिदायीन मोहम्मद अजमल कसाब या किसी अन्य आतंकी की गोली से नहीं, बल्कि RSS से जुड़े एक पुलिस अधिकारी की बंदूक से निकली गोली से हुई.
उज्जवल निकम के बयान से शुरू हुआ विवाद
मुंबई नॉर्थ सेंट्रल लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार उज्जवल निकम 26/11 मुंबई हमले के केस में सरकारी वकील थे. तब उन्होंने कोर्ट में दावा किया कि कसाब को जेल में बिरयानी दी गई. हालांकि, विशेष अदालत के सवालों के बाद उन्होंने कहा था कि यह एक मनगढ़ंत कहानी थी. फिर उन्होंने मीडिया के सामने माना कि कसाब ने कभी बिरयानी नहीं मांगी. सरकार ने उसे कभी बिरयानी नहीं परोसी. मामले की सुनवाई के दौरान कसाब के पक्ष में बन रहे भावनात्मक माहौल को तोड़ने के लिए मैंने ये बात कही. अब, जब से उज्जवल निकम को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया, तब से ही कांग्रेस ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया. इस बीच वडेट्टीवार ने हेमंत करकरे की मौत को लेकर दावा किया..
देवेंद्र फडणवीस की टिप्पणी
अब इस मामले पर महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस की टिप्पणी भी आई है. उन्होंने कहा है, 'विपक्ष अजमल कसाब को लेकर चिंतित है. विपक्ष उज्जवल निकम को निशाना बनाकर आतंकियों का समर्थन करना चाहता है. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार के मुताबिक, उज्जवल निकम ने कसाब का अपमान किया. कसाब ने शहर को आतंकित किया, कांग्रेस उसके लिए चिंतित है. महायुति (BJP का गठबंधन) उज्ज्वल निकम का समर्थन कर रही है और महाविकास अघाड़ी (Congress का गठबंधन) कसाब का समर्थन कर रही है. ये तय करें कि किसे वोट देना चाहिए.'
कौन था कसाब?
गौरतलब है कि 26 नवंबर, 2008 को पाकिस्तान से 10 आतंकी मुंबई आए. यहां उन्होंने राज होटल समेत कई प्रमुख स्थानों पर गोलीबारी की. इसमें करीब 166 लोगों की मौत हुई थी. इन 10 आतंकियों में से एक अजमल कसाब था, जो जिंदा पकड़ा गया. पुणे में नवंबर, 2012 में उसको फांसी दी गई.
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