नई दिल्ली: मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीत लिया है. उनको कुल 7897 वोट मिले हैं, जबकि शशि थरूर को सिर्फ 1072 वोट मिले. यानी खड़गे ने आसानी से बड़े अंतर के साथ कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीत लिया है. 24 साल बाद सीताराम केसरी के बाद खड़गे कांग्रेस के अध्यक्ष बने हैं. आपको मल्लिकार्जुन खड़गे की जिंदगी से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात बताते हैं.


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मल्लिकार्जुन खड़गे की प्रोफाइल
मल्लिकार्जुन खड़गे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं की लिस्ट में शुमार हैं. उनका जन्म 21 जुलाई 1942 को वारवट्टी, भल्कि तालुक, बिदर जिला में हुआ था. उन्होंने स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है. पेशे से वो राजनेता और वकील हैं. उनके पिता का नाम मपन्ना और माता का नाम साईंभवा है. उनकी जीवनसाथी का नाम राधाबाई. उनके संतान की बात की जाए तो उनके 3 बेटे, 2 बेटी हैं.


कैसे हुई थी सियासी सफर की शुरुआत?
मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने राजनीतिक करियर शुरुआत गुलबर्गा में यूनियन छात्र संघ के महासचिव के रूप में की थी. इसके बाद वो लगातार आगे बढ़ते रहे.


साल 1969
मल्लिकार्जुन खड़गे एमएसके मिल्स कर्मचारी संघ के कानूनी सलाहकार बन गए


इसी साल वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए और गुलबर्गा सिटी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने


साल 1972
कर्नाटक राज्य विधानसभा चुनावों में पहली बार गुरमितकाल सीट से चुनाव लड़े और जीत हासिल की


साल 1973
मल्लिकार्जुन खड़गे को ऑक्टोई उन्मूलन समिति के अध्यक्ष नियुक्त किया गया


साल 1974
मल्लिकार्जुन खड़गे को राज्य के स्वामित्व वाले चमड़ा विकास निगम के अध्यक्ष नियुक्त किया गया था


साल 1976
खड़गे को प्राथमिक शिक्षा राज्य मंत्री नियुक्त किया गया था


साल 1978
गुरमितकाल सीट से दोबारा विधायक चुने गए. देवराज उर्स मंत्रालय में ग्रामीण विकास और पंचायत राज राज्य मंत्री बने


साल 1980
मल्लिकार्जुन खड़गे गुंडू राव कैबिनेट में राजस्व मंत्री बने


साल 1983 
मल्लिकार्जुन खड़गे गुरमितकाल से कर्नाटक विधानसभा में तीसरे बार चुने गए


साल 1985
गुरमितकाल से कर्नाटक विधानसभा के लिए चौथी बार चुने गए और कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के उप नेता चुने गए


साल 1989
मल्लिकार्जुन खड़गे पांचवीं बार कर्नाटक विधानसभा में गुरमितकाल से चुने गए


साल 1990
खड़गे राजस्व, ग्रामीण विकास और पंचायत राज के मंत्री के रूप में बंगारप्पा कैबिनेट में शामिल हो गए


साल 1992 से 1994 
मल्लिकार्जुन खड़गे वीरप्पा मोइली कैबिनेट में सहयोग, मध्यम और बड़े उद्योग मंत्री थे


साल 1994 
मल्लिकार्जुन खड़गे छठी बार कर्नाटक विधानसभा में गुरमितकाल से चुने गए और विधानसभा में विपक्ष के नेता बने


साल 1999
7वीं बार विधायक चुने गए और इस दौरान उन्हें कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद का प्रबल उम्मीदवार माना जाने लगा


साल 2004
मल्लिकार्जुन खड़गे लगातार 8वीं बार अपनी सीट से विधायक चुने गए. वह धर्म सिंह की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में परिवहन और जल संसाधन मंत्री बने


साल 2005
मल्लिकार्जुन खड़गे को कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नियुक्त किया गया


साल 2008
मल्लिकार्जुन खड़गे लगातार 9वीं बार विधायक चुने गए


साल 2009
मल्लिकार्जुन खड़गे गुलबर्गा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से आम चुनाव में जीत हासिल की


साल 2019
खड़गे ने गुलबर्गा संसदीय सीट से चुनाव लड़ा और जीता. उन्हें लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता नियुक्त किया गया


मल्लिकार्जुन खड़गे के सियासी सफर की शुरुआत काफी जमीनी स्तर से हुई है. उन्हें किताबें पढ़ना पसंद है. तर्कसंगत सोच रखते हैं. वो अंधविश्वास और रूढ़िवादी प्रथाओं के खिलाफ लड़ते रहे हैं. उन्हें कबड्डी, हॉकी और क्रिकेट सहित खेलों में भी काफी दिलचस्पी रही है.


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