पटना: बिहार में इस साल नवम्बर में चुनाव होने जा रहे हैं. चुनाव आयोग (Election Commission) ने कहा है कि नवम्बर के अंत तक चुनाव सम्पन्न हो जाएंगे. भाजपा, JDU और LJP के गठबंधन NDA के आगे राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन की जोरदार टक्कर चल रही है. सबसे बड़ी बात ये है कि NDA में नीतीश कुमार चिराग पासवान में मतभेद हैं और दोनों पार्टियां एक दूसरे से खफा नजर आ रही है.


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राम विलास पासवान के इस ने बयान बढ़ाईं चिंताएं



आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री और LJP नेता रामविलास पासवान की तबीयत इन दिनों कुछ सही नहीं है. राजनीतिक रूप से सभी निर्णय लेने के लिए उन्होंने चिराग पासवान को स्वतंत्र कर दिया है. रामविलास पासवान ने एक ट्वीट में कहा कि मुझे विश्वास है कि अपनी युवा सोच से चिराग पार्टी व बिहार को नयी ऊचाइयों तक ले जाएगा. चिराग के हर फ़ैसले के साथ मैं मज़बूती से खड़ा हूं. मुझे आशा है कि मैं पूर्ण स्वस्थ होकर जल्द ही अपनों के बीच आऊंगा.


पासवान के बयान के कई मायने



उल्लेखनीय है कि बिहार में जदयू और लोजपा में आंतरिक गतिरोध चल रहा है. बीते दिनों में चिराग पासवान ने बिहार में चुनाव को लेकर कई बड़ी बातें कही हैं. उनकी पार्टी की ओर से लगातार नीतीश कुमार का विरोध किया जा रहा है और कहा गया है कि वो बीजेपी के साथ गठबंधन में हैं, JDU के साथ नहीं.


खबर मिली है कि हाल ही में हुई पार्टी की बैठक में 143 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करने की भी बात कही गई.


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नीतीश के नेतृत्व पर LJP उठा रही सवाल


LJP को डर है कि जदयू के साथ जीतनराम मांझी के आने से।NDA में दलित नेता के रूप में चिराग पासवान की अहमियत कम हो जाएगी. आने वाले समय में रामविलास पासवान चिराग को बिहार की राजनीति सबसे आगे लाना चाहते हैं. यही राजनीतिक महत्वाकांक्षा NDA में तनाव बढ़ा रही है.