नई दिल्ली: हर्षवर्धन कपूर की इमेज को लेकर लोगों को बहुत सी गलतफहमियां हैं. लोगोंको लगता है कि वो बिगड़े हुए नवाब हैं बता दें कि हर्षवर्धन असल जिंदगी में एक एंटरटेनर नहीं बस एक रेगुलर Guy हैं जोकि भीड़ से थोड़ा बचता है. बता दें कि पहली कोरोना वेव के बाद हर्ष अपने मां बाप से अलग होकर जुहू से कार्टर शिफ्ट हो गए. वो इंडिपेडेट रहने में विश्वास करते हैं.


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जब हर्षवर्धन ने शेयर किया था स्ट्रगल


हर्षवर्धन कपूर का कहना है कि वो अपनी जिंदगी में अपनी ख्वाहिशों के लिए अपने पिता और अपनी फैमिली पर डिपेंडेट रहना पसंद नहीं करते. मुझे कार पसंद है. मैं बंबई में खुद कार ड्राइव नहीं करता हूं कियोंकि यहां ट्रैफिक में चलाना मुश्किल है.



जब मैं कैलिफोर्निया में रहता था तो मेरे पास मेरी कार थी. मैं एक लैंबर्गिनी लेना चाहता हूं. 


सेकंड हैंड लेंबर्गिनी


सेकंड हैंड लैंबर्गिनी औपको 90 से एक करोड़ में मिल जाएगी जबकि नई लैंबर्गिनी आपको लगभग 3 करोड़ में मिलेगी. लोगों को ये लगता है कि मेरे पास बहुत पैसा है पर आपको सच्चाई बता दूं कि मेरी फैमिली मेरे ऊपर बिलकुल पैसा नहीं लगाती है.



मैं भी यही ख्वाहिश करता हूं कि काश मेरे पास भी 10 गुना ज्यादा पैसा होता जैसा कि आप सबको लगता है. मानिए या न मानिए लेकिन ये मेरी जिंदगी का दुखद सच है. 


रिया और सोनम के साथ काम की बातें


हर्ष का कहना है कि वो अपनी बहनों रिया और सोनम के साथ काम को लेकर बहुत कम बात करना पसंद करते हैं. बल्कि वो अपने पिता के साथ 'थार' और 'एके वर्सेज एके' में काम कर चुके हैं.



ऐसे में उनकी अपने पिता के साथ बहुत बात होती है. हम काम को लेकर चर्चा करते हैं. मैं उस तरह की फिल्में करना पसंद करता हूं जिन्हें मैं खुद देखना चाहता हूं.


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