नई दिल्ली:Kissa-E-Guru-Dutt: गुरु दत्त भले इस दुनिया को अलविदा कह गए हों, लेकिन उनके किस्से और उनकी प्रेम कहानी आज भी मायानगरी मुंबई की गलियों में बसर करती है. लोग जितने चाव से उनकी काबिलियत के किस्से सुनते और सुनाते हैं, उसी अंदाज में उनकी इश्क की दास्तां भी बयां करते हैं. आज दिग्गज एक्टर की बर्थ एनिवर्सरी पर चलिए उनसे जुड़ी कुछ अनसुनी बातें आपको बताते हैं.


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पहली बार जब गुरु दत्त-वहीदा रहमान के टकराए नैना...


जहां भी गुरु दत्त का जिक्र होता है, वहां वहीदा रहमान की बात न हो ऐसा हो ही नहीं सकता है. दोनों की मोहब्बत के किस्सों का जिक्र जरूर किया जाता है. गुरु और वहीदा की पहली मुलाकात उस वक्त हुई, जब गुरुदत्त अपनी फिल्म सीआईडी के लिए लीड एक्ट्रेस की तलाश में थे. उस वक्त वहीदा रहमान साउथ फिल्मों में काम कर रही थीं. गुरुदत्त की नजर वहीदा पर पड़ी तो उन्होंने अपनी फिल्म में कास्ट करने के लिए उन्हें स्क्रीन टेस्ट के लिए बुला लिया और वहीदा पर जाकर गुरु दत्ता की तलाश खत्म हो गई.


वहीदा की शर्तों के सामने टेके घुटने...


हमेशा अपनी शर्तों पर काम करने वाले गुरु दत्त वहीदा रहमान को अपना दिल दे बैठे थे. जिनके इशारों पर हर एक्टर से लेकर निर्देशक नाचता था...उनके साथ काम करने से पहले वहीदा ने अपनी 3 शर्तें रख दी थीं. गुरु दत्त काफी हैरान हो गए. वहीदा की पहली शर्त थी कि वह फिल्मों के लिए अपना नाम कभी नहीं बदलेंगी. दूसरी शर्त थी कि उनकी मां सेट पर आएंगी और तीसरी शर्त कि वह बिकनी नहीं पहनेंगी. एक्ट्रेस की शर्तों के चलते अभिनेता तीन दिनों तक उनसे नाराज रहे, लेकिन आखिरकार उन्हें तीनों शर्तें मान ली. क्योंकि उनकी किस्मत तो कुछ और ही तानाबाना बुन रही थी.


वहीदा से जुदाई नहीं कर पाए बर्दाश्त, दे दी जान...


CID के बाद दोनों ने कई फिल्मों में साथ काम किया. काम के साथ-साथ दोनों का इश्क भी दिनों दिन परवाना चढ़ता जा रहा था. शादीशुदा गुरु दत्त जहां वहीदा से बहुत प्यार करते थे तो वहीं वह अपनी पत्नी गीता का साथ भी नहीं छोड़ पा रहे थे.  फिर एक दिन ऐसा आया जब गुरु को दोनों में से किसी एक को चुनना था. एक्टर ने गीता को चुना. लेकिन अंदर ही अंदर गुरु दत्त जैसे खत्म से हो गए थे. वहीदा से अलग होकर वह ऐसे टूट गए थे कि एक वक्त ऐसा आया जब उन्होंने आत्महत्या कर ली.


गीता का वो आखिरी कॉल...


राइटर अब्रार अल्वी की किताब 'राइटर अब्रार अल्वी' के मुताबिक उस दिन गुरु दत्त का मूड काफी खराब था. एक्टर का अपनी पत्नी गीता के साथ झगड़ा ज्यादा हो गया था. बात इतनी बिगड़ गई थी कि गीता ने बच्चों को अपने पिता से ही मिलने से मना कर दिया था. लगातार गुरु दत्त का गुस्सा बढ़ता जा रहा था. उन्होंने गीता को फोन कर ये वॉर्निंग तक दे दी कि वह बेटी को उनके पास भेजें वरना उनका मरा मुंह देखेंगी और 9 अक्टूबर की रात को गुरु दत्त ऐसा सोए कि फिर कभी नहीं उठे...


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