नई दिल्ली: रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूजा की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. हाल ही में महाराष्ट्र के मंत्री अतुल सावे ने रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूजा की कंपनी को लेकर लिे गए लोन को लेकर जांच के आदेश दिए हैं. रितेश और जेनेलिया ने कृषि प्रसंस्करण कंपनी के लिए लोन लिया था जांच में देखा जाएगा कि लोन देने में सहकारी बैंकों की ओर से कोई अनियमितता हुई है या नहीं.


क्या हैं आरोप


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पिछले महीने भाजपा ने मह विकास अघाड़ी पर आरोप लगाए थे कि एग्रो प्रोसेसिंग कंपनी, एग्रो प्राइवेट लिमिटेड के लिए महाराष्ट्र औद्योगिक विसकास निगम का एक प्लॉट दिया गया था. राज्य के भाजपा नेताओं ने ये आरोप लगाया थ कि कंपनी ने 4 अक्टूबर 2021 को पंढरपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक से लोन के लिए अपलाई किया गया था.


कितना लोन अप्रूव


पंढरपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक से 4 करोड़ रुपए का लोन अप्रूव किया गया था. इसके अलावा कंपनी ने लातूर के डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक से 61 करोड़ और इसी बैंक से 55 करोड़ रुपए के लिए लोन की अर्जी डली थी जो 27 अक्टूबर को अप्रूव हुई. अतुल सावे का कहना है कि उन्हें MIDC के बारे में कुछ भी पता नहीं इसलिए जांच के आदेश दिए गए हैं.


राजनीति से है रितेश देशमुख का गहरा नाता


रितेश देशमुख महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे हैं. उनके बड़े भाई एमवीए सरकार में मंत्री तो छोटे भाई विधायक रह चुके हैं. ऐसे में बड़े पर्दे पर अपनी फिल्मों से धमाल मचाने वाले एक्टर के लोन से जुड़ी डिटेल्स जल्द ही समने आने वाली हैं. देखना होग कि इन्हें क्लीन चिट मिलता है या नहीं.


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