सैफ अली खान को नहीं पता हिंदी के इन दो आसान शब्दों का मतलब, मां शर्मिला ने लगाई लताड़
Saif Ali Khan Trolling: कॉफी विद करण शो में हाल ही में सैफ अली खान अपनी मां शर्मिला टैगोर के साथ नजर आए हैं. शो में सैफ अली खान पुत्र मोह जैसे आसान हिंदी शब्द का मतलब नहीं जानते थे.
नई दिल्ली Saif Ali Khan Trolling: कॉफी विद करण शो और कॉन्ट्रोवर्सीज का खास नाता है. दीपिका और रणवीर का एपिसोड काफी ट्रोल में रहा था. वहीं लेटेस्ट एपिसोड में सैफ अली खान अपनी मां शर्मिला टैगोर के साथ नजर आए हैं. सैफ अली खान ट्रोल हो रहे हैं. दरअसल सैफ अली खान हिंदी के दो आसान शब्द का मतलब समझ नहीं पाए. करण ने सैफ की मदद करना चाहा लेकिन वह भी सही नहीं बता पाए. शर्मिला ने दोनों की कमजोर हिंदी पर लताड़ लगाई.
सैफ को समझ नहीं आया हिंदी शब्द
कॉफी विद करण में सैफ अली खान अपनी मां शर्मिला टैगोर के साथ पहुंचे थे. करण ने बताया है कि उन्होंने सोया से पूछा था कि क्या वह अपनी मां की फेवरेट हैं. इस पर सोहा ने बाला था कि सैफ उनके ज्यादा प्यारे हैं. इस पर शर्मिला टैगोर बोलती हैं पुत्र मोह
सैफ को मां ने किया ट्रोल
सैफ हैरान होकर बोलते हैं बंगाली शर्मिला उन्हें घूरकर देखती है और बोलती है कि एक्सक्यूज मी तुम हिंदी एक्टर हो. शर्मिला दोनों शब्दों को अलग-अलग समझाने की कोशिश करेगी करण और सैफ पुत्र का मतलब बेटा समझ जाते हैं लेकिन मोह का मतलब समझ नहीं आया.
करण को भी नहीं पता मतलब
करण और सैफ को भी मोह का मतलब नहीं पता होता है. सैफ मोह का मतलब बोले जैसे गुलमोहर वैसे पुत्र मोहर क्या मतलब होता है. करण ने भी बोला पुत्र मोहर क्या है. शर्मिला झल्ला कर बोली मोहर नहीं मोह. फिर सैफ ने मोह का मतलब बताया पुत्र मोह का मतलब मेरा बेटा. करण को भी यही लगा. करण बोले बंगाली में पुत्र मोह का मतलब मेरा बेटा. शर्मिला ने दोनों से परेशान हो गई और बोली मैं हार मानती हू.
शर्मिला ने बताया मतलब
सैफ ने मां से मोह का मतलब पूछा तो शर्मिला बताती है कि मोह का मतलब अटैचमेंट होता है. फिर सैफ बोलते हैं मोह माया. इसके बाद करण और सैफ को समझ आता है कि शर्मिला ने क्या बोला था.
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