शम्मी कपूर के जन्म पर पिता पृथ्वीराज को सता रहा था इस बात का डर! जानिए दिलचस्प किस्सा
Shammi Kapoor Death Anniversary: शम्मी कपूर हिंदी सिनेमा में अपने खास अंदाज और अलग एक्टिंग के लिए जाने जाते थें. उन्होंने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया. उनकी पुण्यतिथि की मौके पर जानते हैं उनकी जिदंगी के एक अनसुने किस्से के बारे में.
नई दिल्ली: Shammi Kapoor Death Anniversary: लंबी कद-काठी और गोरा-चिट्टा रंग, हरकतें तो ऐसी चंचल की, किसी को भी अपना दीवाना बना लें, कुछ ऐसे थे शम्मी कपूर. उनका चार्म से शायद ही कोई बच पाया हो. शम्मी साहब जितने जिंदादिल और जोशीले पर्दे पर दिखते थे, उतने ही बिंदास वह असल जिंदगी में रहे. आज उनकी पुण्यतिथि की मौके पर चलिए आज उनकी जिंदगी के उन पहलुओं पर नजर डालते हैं, जिनके बारे में शायद ही कभी किसी से सुना होगा.
शम्मी कपूर के जन्म से पहले पृथ्वीराज डरे हुए थे
21 अक्टूबर 1931 को मुंबई के अंजिक्य अस्पताल में जन्में शम्मी कपूर को शमशेर राज कपूर नाम दिया गया था. हर बच्चे के जन्म पर परिवार में खुशी का माहौल होना स्वभाविक सी बात है, लेकिन शम्मी कपूर का जन्म उनके परिवार के लिए किसी दुआ या आशीर्वाद से कम नहीं था. उनके जन्म से पहले उनके पिता पृथ्वीराज कपूर काफी डरे हुए थे. वह सिर्फ उनके जिंदा रहने की दुआ कर रहे थे.
शम्मी कपूर का इस तरह हुआ जन्म
दरअसल, कहा जाता है कि शम्मी साहब के जन्म से पहले उनकी मां राम शरणी 2 बार गर्भवती हुईं, लेकिन एक-एक हफ्ते के अंतराल पर उन्होंने अपने दोनों ही बच्चों को खो दिया. इसी से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब शम्मी कपूर पैदा होने वाले होंगे तो उनके माता-पिता किस डर से गुजर रहे होंगे. दोनों ही काफी बेचैन थे. हालांकि, आखिरकार उनका जन्म बिल्कुल ठीक-ठाक हो गया और परिवार में खुशी का माहौल बन गया.
कहते हैं कि शम्मी कपूर उस समय तक अपने परिवार में अस्पताल में पैदा होने वाले पहले बेटे थे. जन्म के बाद उनका लालन-पालन भी किसी राजकुमार की तरह ही किया गया. हालांकि, इस बात में कोई दोराए भी नहीं है कि शम्मी साहब दिखते भी किसी राजकुमार जैसे ही थे. जो भी उन्हें देखता, वह उन पर से नजरें ही नहीं हटा पाता था.
नूतन के साथ भी जुड़ चुका था शम्मी कपूर का नाम
शम्मी साहब अपनी फिल्मों को लेकर जितने चर्चा में रहे उतनी ही चर्चा उनकी लव लाइफ को लेकर भी हुई. एक दौर था जब शम्मी कपूर का नाम अभिनेत्री नूतन के साथ खूब जोड़ा गया. कहते हैं कि शम्मी और नूतन बहुत छोटी उम्र से ही एक दूसरे को जानते थे और ऐसे में दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी और प्यार परवान चढ़ने लगा. रिपोर्ट्स के अनुसार, शम्मी और नूतन 6 साल तक रिलेशनशिप में रहे. शम्मी उनसे शादी भी करना चाहते थे, लेकिन नूतन की मां इनके रिश्ते के लिए कभी तैयार नहीं हुईं.
शम्मी कपूर और गीता बाली की लव स्टोरी
फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने के बाद शम्मी साहब से अपने करियर पर ध्यान देना शुरू कर दिया. वह अपने अलग स्टाइल के कारण मशहूर होने लगे. इसी दौरान उनकी नजदीकियां एक्ट्रेस गीता बाली के साथ बढ़ने लगी. हालांकि, कई बार गीता बाली ने प्रपोजल ठुकराया, लेकिन एक दिन एक्ट्रेस ने अचानक कहा कि चलो शादी कर लेते हैं. इस बात से शम्मी साहब बहुत खुश हुए. इसके बाद दोनों मंदिर गए और शम्मी एक्ट्रेस को लेकर शादी करने के लिए मंदिर पहुंच गए. हालांकि, उनके पास मांग भरने के लिए सिंदूर नहीं था. फिर एक्ट्रेस ने अपने बैग से लिपस्टिक निकाली और शम्मी साहब ने उनकी मांग भरकर उन्हें शादी कर ली.
इस दिन दुनिया को अलविदा कह गए शम्मी साहब
शम्मी कपूर 14 अगस्त 2011 को 79 साल की उम्र में हम सबको अलविदा कह कर चले गए. अभिनेता शम्मी कपूर के हिंदी सिनेमा के सफर की बात करें तो उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 1953 में फिल्म 'जीवन ज्योति' से की थी. इसके बाद वह गुल सनोवर, रेल का डिब्बा जैसी फिल्मों में काम कर चुके थे. फिल्म 'ब्रह्मचारी' में उनके काम के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवार्ड भी दिया गया था. इसके बाद वह जानवर, राजकुमार, कश्मीर की कली और तीसरी मंजिल जैसी हिट फिल्में की. शम्मी कपूर आखिरी बार अभिनेता रणबीर कपूर की फिल्म रॉकस्टार में नजर आए थे.
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