नई दिल्ली: किसी भी टीचर का हर स्टूडेंट की जिंदगी में एक खास महत्व होता है. वो टीचर ही होता है, जिसकी सिखाई हर बात बच्चों के भविष्य को आकार देती है. शिक्षक और स्टूडेंट्स की इस अनोखी बॉन्डिंग में ही बच्चे न सिर्फ किताबी ज्ञान हासिल करते हैं, बल्कि जिंदगी की भी कई मुश्किलों पर संयम के साथ सामना करना सीखते हैं.


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हमारी फिल्मी दुनिया भी इसी समाज का आईना है. कई बॉलीवुड फिल्मों में स्टूडेंट्स और टीचर के रिश्ते को अलग-अलग अंदाज में बड़ी ही खूबसूरती के साथ पेश किया गया है. इन फिल्मों को देखकर अक्सर लोगों को अपने स्कूल-कॉलेज के दिनों के साथ ही उन शिक्षकों की भी याद आ जाती है. चलिए आज, 5 सितंबर को टीचर्स डे (Teacher's Day) के खास मौके पर बात करते हैं कुछ ऐसे टीजर्स की जिन्होंने दर्शकों को जिंदगी का पाठ भी पढाया.


हिचकी (Hichki)



रानी मुखर्जी (Rani Mukerji) को 'हिचकी' में नैना माथुर नाम की एक ऐसी टीचर के रोल में देखा जा रहा है जो खुद टॉरेट सिंड्रोम नाम की एक दुर्लभ तंत्रिका विकार से ग्रस्त हैं, इस वजह से उसे बार-बार हिचकियां आती रहती हैं. इसके बावजूद उन्होंने अपने पेशे के बीच इस समस्या को आने नहीं दिया. हालांकि, कई बार वह स्टूडेंट्स के बीच हंसी का पात्र भी बनीं, लेकिन नैना ने कभी मुश्किलों के आगे घुटने नहीं टेके और आखिरकार स्टूडेंट्स की आदर्श शिक्षिका बन ही जाती हैं.


सुपर 30 (Super 30)



ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) के लीड रोल वाली यह फिल्म मैथमेटिक्स आनंद कुमार की जिंदगी पर आधारित है. जो सिर्फ ऐसे 30 बच्चों को पढ़ाते हैं, जिनमें कुछ बनने की काबिलियत तो है, लेकिन गरीबी, भुखमरी और स्कूल-ट्यूशन्स भी मोटी फीस के कारण पढने के अपने सपनों को साकार नहीं कर पाते. ऐसे में आनंद सर अपनी अच्छी-खासी नौकरी छोड़ इन बच्चों को आईआईटी की परीक्षा के लिए ऐसे तैयार करते हैं, इनमें से किसी के फेल होने का कोई चांस ही नहीं होता. हालांकि, इसके लिए उन्हें अपना सबकुछ गंवाना पड़ जाता है.


तारे जमीन पर (Taare Zameen Par)



इस फिल्म में एक ऐसे बच्चे की कहानी दिखाई गई है जो डिस्लेक्सिया नाम की बीमारी से ग्रसित है, लेकिन वहीं उसके माता-पिता उसकी परेशानी समझने की बजाय  जबरदस्ती उसका एडमिशन बोडिंग स्कूल में करवा देते हैं. जहां आखिरकार उसकी मुलाकात अपने आर्ट टीचर रामशंकर निकुंभ सर (आमिर खान) से होती है. जब हर कोई नन्हें ईशान (दर्शील सफारी) के सामने हाथ खड़े कर चुका था, वहीं निकुंभ सर उसे एक अलग तरीके से पढ़ाते हैं और ईशान को भी आम बच्चों जैसा पढ़ाई में होशियार बना देते हैं.


ब्लैक (Black)



महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और रानी मुखर्जी के लीड रोल वाली इस फिल्म में एक टीचर और स्टूडेंट का बेहद खूबसूरत रिश्ता दिखाया गया है. यह फिल्म साबित करती है कि जब एक टीचर अपने किसी स्टूटेंड का हाथ थामता है तो वह क्लास रूम की उन चार दीवारी को तोड़कर पूरी दुनिया का ज्ञान उसे देने की कोशिश में जुट जाता है. फिल्म के कुछ सीन्स तो इस बात का भी प्रमाण है कि शिक्षक अपने पेश के प्रति हमेशा वफादार रहता है.


स्टेनली का डिब्बा (Stanley Ka Dabba)



2011 में रिलीज हुई इस फिल्म में एक अनाथ बच्चे की दिल छू जाने वाली कहानी दिखाई गई है. जिसे स्कूल से सिर्फ इसलिए निकाल दिया जाता है, क्योंकि वह अपना टिफिल लेकर नहीं आता था. ऐसे में उसका हाथ थामती हैं मिस रोज (दिव्या दत्ता). फिल्म में एक स्कूल के अच्छे और बुरे दोनों ही पहलुओं को बखूबी दर्शकों के सामने पेश किया गया है.


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