अजय देवगन ने नागरिकता संशोधन कानून पर हो रही हिंसा का किया विरोध
बॉलीवुड स्टार अजय देवगन ने नागरिकता संशोधन कानून पर हो रही हिंसा की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि हम सभी को खुश नहीं कर सकते. नाराज होने पर भी किसी को हिंसा का रास्ता नहीं अपनाना चाहिये. जो लोग हिंसा कर रहे हैं उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये.
दिल्ली: बॉलीवुड स्टार अजय देवगन ने नागरिकता कानून पर हो रही हिंसा पर उन अभिनेताओं को कड़ा जवाब दिया है जो इसको बढ़ावा दे रहे हैं या इसका समर्थन कर रहे हैं. अजय देवगन ने एक कार्यक्रम में कहा कि यह एक लोकतन्त्र है, यहां सभी को अपना मत रखने का अधिकार है लेकिन अपनी बात मनवाने के लिये हिंसा और आगजनी का सहारा लेना बहुत गलत है.
हिंसा में आम जनता का होता है नुकसान
अजय देवगन ने कहा कि ऐसी हिंसा में आम जनता को ही नुकसान होता है. जो लोग मानते हैं उनकी अपनी राय है और जो नहीं मानते उनका भी अपना ओपिनियन है. मेरा मानना है कि ओपिनियन रहना भी चाहिए, इस पर बहस भी होनी चाहिए. लेकिन मुझे सिर्फ इतना लगता है कि बस वॉइलेंस नहीं होनी चाहिए. हिंसा से उस ओपिनियन का कोई फायदा नहीं होता है. साथ में बैठकर बातचीत कर मुद्दे को सुलझा लेना चाहिए.
कई अभिनेता डाल रहे आग में घी
आपको बता दें कि बॉलीवुड का एलीट वर्ग केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस के विरुद्ध प्रोपगैंडा फैलाने से भी बाज नहीं आ रहा है. स्वरा भास्कर, रिचा चड्ढा जैसे टुकड़े टुकड़े गैंग समर्थक जहां अपने स्वभाव अनुरूप असामाजिक तत्वों का बचाव कर रहे हैं, तो वहीं राजुकमार राव और आयुष्मान खुराना जैसे अभिनेता भी बहती गंगा में हाथ धोने हेतु पुलिस को दोषी सिद्ध करना चाहते हैं. परिणीति चोपड़ा ने ट्वीट किया कि यदि किसी को अपनी बात रखने के लिए इस तरह से पीटा जा रहा है, तो CAB छोड़िए हमें एक विधेयक पारित करना चाहिए कि हम लोकतान्त्रिक नहीं है। बेकसूर बच्चों को अपनी बात रखने के लिए इस तरह मारना? यह तो बर्बरता है.
सोशल मीडिया ट्रोलिंग पर भी बोले अजय
CAA पर अपने विचार रखने के पश्चात जब अजय देवगन से सोशल मीडिया ट्रोलिंग के विषय पर पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मुझे नहीं फर्क पड़ता, जब तक ये मेरे ऊपर है। परन्तु मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि कोई इतना निकृष्ट कैसे हो सकता है कि छोटे बच्चों का भद्दा मजाक उड़ाए. अजय देवगन के बाद काजोल ने भी पूछा, यदि ये आम बच्चे ना होकर celebrities के बच्चे होते, तब भी इनकी प्रतिक्रिया ऐसी ही होती.
अमित शाह बोले नहीं बदलेगा सरकार का रुख
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जारी प्रदर्शन के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने बयान दिया है. दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि बाहर से आए अल्पसंख्यक शरणार्थियों को हमारी सरकार नागरिकता जरूर देगी. विपक्ष को जो राजनीतिक विरोध करना है वो करें. बीजेपी और मोदी सरकार अडिग है. उन्होंने कहा कि शरणार्थियों को नागरिकता मिलेगी. वे भारत के नागरिक बनेंगे और सम्मान के साथ दुनिया में रहेंगे.
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