मुंबई: कंगना के सिर पर बड़ी आफत आ गिरी, क्योंकि कंगना का सबसे बड़ा सपना जो टूटा. लेकिन लगता है कि कंगना जिस मिट्टी की बनी हैं. वो फिल्म की किसी नायिका जैसी है. जो हार मानना नहीं जानती है.


कांग्रेस और उद्धव ठाकरे पर कंगना का प्रहार


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वहीं कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने शिवसेना और उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर करारा प्रहार करते हुए तीखा तंज कसा है. उन्होंने बाला साहेब ठाकरे का एक वीडियो वीडियो शेयर किया है. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शिवसेना को भी लपेटे में ले लिया है.



कंगना रनौत (Kangana Ranaut), पर्दे पर रानी लक्ष्मीबाई बन अंग्रेज़ों को धूल चटाती नज़र आ चुकी हैं. कंगना की दहाड़ के सामने पर्दे पर शेर भी पस्त नज़र आ चुका है. कंगना रनौत पर्दे पर क्वीन का किरदार निभा चुकी हैं. कंगना ने पर्दे पर ऐसे कई रोल प्ले किए हैं, जिसमें वो हीरो से बड़ी नज़र आई हैं. 


कंगना के स्वैग के आगे हर कोई चित


भले ही उन्हें लेकर कोई कितना भी जजमेंटल रहा है. कंगना ने अपना स्वैग दिखाकर सभी को चित किया है. कंगना ने ऐसी ऐसी फिल्में की हैं कि वो चली हों या नहीं, कंगना के किरदार ने सभी को चौंकाया है. शायद यही वजह है कि फिल्मी दुनिया में कंगना एक ऐसी नायिका बनकर उभरी, कि वो खुद ही फिल्म की हीरो बन गईं. और हीरो से ज़्यादा फीस भी उन्हें मिलती है.


वहीं, रियल लाइफ की बात करें. तो कंगना (Kangana Ranaut) की असल जिंदगी की कहानी भी कम उतार चढ़ाव भरी नहीं रही है. कंगना की असल जिंदगी की कहानी के पन्ने जब टटोले जाते हैं, तो वो भी किसी फिल्म की तरह ही लगते हैं और चूंकि शायद अब कंगना ने काफी कुछ देख लिया है. वो निडर हो चुकी हैं और पिछले कुछ समय से अपनी हर बात को बेबाकी से रख रही हैं. जब से सुशांत सिंह राजपूत की मौत हुई है. कंगना के तेवर पहले से भी ज़्यादा तल्ख हो गए हैं.


दफ्तर टूटा है लेकिन कंगना का हौसला नहीं


सुशांत के लिए कंगना लगातार इंसाफ की मांग कर रही हैं, लेकिन कंगना के ये तीखे बोल धीरे धीरे ऐसा हड़कंप मचाते गए कि इसकी गूंज राजनीतिक गलियारों में भी सुनाई देने लगी. जब से कंगना के दफ्तर पर बीएमसी ने कार्रवाई करते हुए. उनके दफ्तर को स्वाहा कर दिया है. इस पूरे मामले ने मानो राजनीतिक पार्टियों को अपने अपने हिसाब से इसपर रोटियां सेकने का मौका दे दिया है. कोई पक्ष में है, कोई विरोध में..


कंगना (Kangana Ranaut) और उनका परिवार इस प्रकरण के बाद बीजेपी का धन्यवाद कर रहा है. क्योंकि वो मान रहे हैं कि कंगना को Y कैटगरी की सुरक्षा दिया जाना सही कदम रहा. तो शिवसेना से लेकर कांग्रेस से सवाल खुद कंगना ही कर रही हैं. और तो और शिवसेना को कंगना, बाला साहब ठाकरे की विचारधारा भी याद करा रही हैं.


लेकिन इस सबके बीच, कंगना खुद एक नायिका के तौर पर सामने आ रही हैं और इसकी वजह उनकी वो ही बेबाकी है. जिसकी चौतरफा बात हो रही है. अगर कोई सोच रहा था कि कंगना का दफ्तर टूटने से उनाक हौसला भी टूट जाएगा. तो इसका जवाब कंगना का ये ट्वीट है, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा तेज़ है.


"मैं इसी टूटे-फूटे ऑफिस में काम करूंगी"


कंगना रनौत ने ट्वीट किया, "मेरे पास दफ्तर की मरम्मत करने के पैसे नहीं हैं. मैं इसी टूटे-फूटे ऑफिस में काम करूंगी. मैंने 15 जनवरी को ऑफिस खोला था, लेकिन उसके बाद कोरोना वायरस आ गया. बाकियों की तरह मैंने भी उसके बाद से काम नहीं किया है. मैं दुनिया को बताऊंगी कि कैसे हर हालात में महिलाएं काम कर लेती हैं और दुनिया में तरक्की भी हासिल करती हैं."



एक तरफ सोशल मीडिया पर कंगना का अंदाज़, वो अब भी अपनी बातों को रख रही हैं. और सोशल मीडिया पर वो पहले से ज़्यादा सुपर एक्टिव हो गई हैं. लेकिन कंगना को नायिका साबित वो लोग भी करने में जुटे हैं. जो ये मान रहे हैं कि कंगना के साथ जो हुआ वो ठीक नहीं हुआ. और ऐसे कई लोग और कंगना के फैन्स सड़कों पर भी उतर आए हैं.


दफ्तर टूट चुका है और घर पर नज़र है. कई गंभीर मुद्दों के ज़रिए कंगना को घेरने की तैयारी हो रही है. BMC और उद्धव (Uddhav Thackeray) सरकार चाहें जितना जुल्म कर ले कंगना के इरादों को देखकर ये समझा जा सकता है कि वो अब पीछे नहीं हटने वाली हैं.


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