नई दिल्ली: देश के आर्मी चीफ बिपिन रावत ने अपने एक भाषण में कहा है, 'भारत को साइबर वॉर से लड़ने के लिए तैयार रहना होगा। भारत में जुगाड़ शब्द काफी प्रचलित है। यह शब्द जल्द ही ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी का हिस्सा बनने वाला है। हमारे देश के युवा काफी जुगाड़ू है। इनके पास उभरता हुआ दिमाग है, जो टेक्नोलॉजी को विकसित करने में हमारी मदद कर सकते हैं। साइबर को समझने वाले लोगों की हमारे पास भारी कमी है। साइबर ना केवल परंपरागत युद्धों पर लागू होता है बल्कि गैर पारंपरिक युद्ध या प्रॉक्सी वार में भी यह लागू होता है। वास्तव में आतंकवाद से लड़ने के लिए हमें तकनीकी रूप से काफी मजबूत होना होगा। क्योंकि आतंकी तकनीकी रूप से बहुत समझदार होते जा रहे हैं।'


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आइए समझते हैं कि आखिर साइबर-वॉर होता क्या है?


परंपरागत युद्ध में जहां एक देश के सैनिक दूसरे देश के सैनिक से लड़ते हैं। वहीं साइबर-वॉर में एक देश दूसरे देश से इंटरनेट और कंप्यूटर के माध्यम से युद्ध लड़ते हैं।


अब इसे ऐसे समझते हैं, जैसे इंटरनेट आज हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है। जिसका उपयोग हम अपने कंप्यूटर या मोबाइल के माध्यम से करते हैं। सरकारी से लेकर गैरसरकारी विभाग हर जगह अब काम के लिए इंटरनेट और कंप्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है। जिसके कारण हमारे मोबाइल या कंप्यूटर में हमसे जुड़ी काफी निजी और संवेदनशील जानकारी मौजूद होती है। जब हमारा दुश्मन इंटरनेट और कंप्यूटर के माधयम से हमारी इन्हीं जानकारियों को चुराता है या चुराने की कोशिश करता है तो इसे हम साइबर हमला कहते हैं। 


ऐसा ही एक मामला साल 2017 में देखने को मिला था, जब हैकरों ने ransomeware वायरस अटैक किया था। इस साइबर अटैक में हैकरों ने कई देशों के कंप्यूटर को हैक कर के उनसे फिरौती की मांग की थी। 


साइबर अटैक से कैसे बचे?


साइबर अटैक से बचने के लिए सबसे पहला और आसान उपाय यह है कि हमें अपने मोबाइल, कंप्यूटर के साथ सभी ईमेल आईडी और सोशल नेटवर्किंग अकाउंट का स्ट्रांग पासवर्ड रखना चाहिए। पासवर्ड का कॉम्बिनेशन में अल्फाबेट के साथ-साथ स्पेशल कैरेक्टर और नंबर का प्रयोग करना चाहिए। पासवर्ड को हर कुछ दिनों के बाद बदलते रहना चाहिए। कंप्यूटर और मोबाइल में मौजूद सॉफ्टवेयर को समय-समय पर अपडेट करते रहना चाहिए। 


अपने कंप्यूटर, मोबाइल की वायरस से सुरक्षा के लिए अच्छी क्वालिटी का एंटीवायरस का प्रयोग करना चाहिए। कंप्यूटर, मोबाइल में मौजूद अपने डाटा का समय-समय पर बैकअप लेते रहना चाहिए। दुर्भाग्यवश अगर आपका सिस्टम हैक या क्रैश हो जाता है तब आप अपने बैकअप से अपना डाटा वापस पा सकते हैं। लालच देने वाले ईमेल या स्पैम ईमेल को अपनी निजी जानकारी कभी ना दें, ना ही उस ईमेल में दिए गए किसी लिंक पर क्लिक करें। 


भारत के साइबर सुरक्षा की बात करे तो भारत यूनाइटेड नेशन के साइबर सुरक्षा के इंडेक्स में 23 वें स्थान पर है। जबकि इंटरनेट के प्रयोग में भारत का स्थान दूसरा है। इस मामले सिर्फ चीन हमसे आगे है।