पीएम मोदी की जान को `खतरा`, जानें कैसे होती है प्रधानमंत्री की सुरक्षा...
प्रधानमंत्री का सुरक्षा घेरा इतना मजबूत होता है कि उनके आस-पास परिंदा भी पर नहीं मार सकता। पीएम मोदी दुनिया के सबसे आधुनिक और कड़े सुरक्षा घेरे में रहते हैं।
नई दिल्ली: गृह मंत्रालय ने अपने खुफिया इनपुट के आधार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नक्सलियों से जान का खतरा बताया है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि पीएम के रोड शो को नक्सली निशाना बना सकते हैं। इस इनपुट के बाद गृह मंत्रालय ने राज्यों के साथ पीएम की सुरक्षा करने वाली SPG को भी एडवायजरी जारी की है। जिसमें कहा गया है कि पीएम के दौरों में सुरक्षा इंतज़ाम और मजबूत किया जाए। रोड शो या कार्यक्रमों में किसी को पीएम के पास ना आने दिया जाए।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री का सुरक्षा घेरा इतना मजबूत होता है कि उनके आस-पास परिंदा भी पर नहीं मार सकता। पीएम मोदी दुनिया के सबसे आधुनिक और कड़े सुरक्षा घेरे में रहते हैं। जिनके आसपास सुरक्षा का एक अभेद किला हर वक्त उनकी हिफाजत करता है। आज हम इसी बारे में आपको बताएंगे कि हमारे देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा कैसी होती है?
पीएम मोदी के सुरक्षा का पहला लेयर एसपीजी का होता है। देश या देश से बाहर पीएम मोदी जहां भी जाते हैं। वहां एसपीजी का सुरक्षा घेरा उनके साथ मौजूद होता है। ये एसपीजी जवान फुर्तीले और आधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस होते हैं। आंखों पर यह टैक्टिकल लेंस यानी काला चश्मा पहनते है, जिससे वह किसे देख रहे है। यह मालूम नहीं चल पता है। इनके कानों में कम्यूनिकेशन के लिए इयर प्लग लगा होता है। इनके पास अत्याधुनिक पी-90 ऑटोमेटेड गन होता है। सूट के भीतर एसपीजी जवान बुलेटप्रूफ जैकेट पहने हुए होते है। फिसलन से खुद को बचाने के लिए कॉम्बैट शूज का प्रयोग करते हैं।
पीएम के सुरक्षा घेरे में दूसरा लेयर एसपीजी के स्पेशल कमांडो देते हैं। आपस में बातचीत के लिए ये कमांडोज अत्याधुनिक कम्यूनिकेशन डिवाइस से लैस होते हैं। पीएम की हर मूवमेंट और संदिग्धों को लेकर कंट्रोल रूम से ये पूरे वक्त जुड़े रहते हैं। इनके जूते भी खास किस्म के होते हैं, जो किसी भी सतह पर नहीं फिसलते है। पीएम के साथ मौजूद SPG के जवान अपने हाथ में काला ब्रीफकेस लेकर चलते हैं। दरअसल ये काला ब्रीफकेस पोर्टेबल बुलेटप्रूफ शील्ड होती है, जो पूरी तरह खुल जाती है। प्रधानमंत्री पर किसी तरह के हमले की नौबत आने पर कमांडोज तुरंत इसे खोलकर उन्हें कवर कर लेंगे। ये एक बार में इतना बड़ा हो जाता है कि प्रधानमंत्री को पूरी तरह से ढक सकता है।
पीएम मोदी का देश में जहां कहीं भी जाने का कार्यक्रम होता है। एसपीजी के कमांडो का एक दस्ता पहले ही वहां पहुंच जाता है। ये दस्ता पहले कार्यक्रम स्थल को अपने कब्जे में लेकर पूरी जांच पड़ताल करता है। जब पूरी तसल्ली हो जाती है। तभी इस कार्यक्रम के लिए सिक्योरिटी क्लियरेंस दी जाती है। पीएम का हर कार्यक्रम एसपीजी क्लियरेंस के बाद तय होता है।
सुरक्षा वजहों से एसपीजी के कमांडो को मीडिया से बात करने पर पूरी तरह से पाबंदी होती है। इसके अलावा इन्हें किसी भी तरह की कोई किताब, लेटर या दूसरा डॉक्यूमेंट ना तो पब्लिश करने की इजाजत होती है ना ही पब्लिश करने में मदद करने की।
पीएम मोदी जहां कहीं भी जाते हैं। वहां हर एक स्टेप पर कुछ अदृश्य कमांडोज भी तैनात होते हैं। जो कार्यक्रम स्थल के आसपास ऊंची इमारतों पर तैनात होते हैं। ये कमांडोज अचूक शार्प शूटर्स होते हैं। पीएम को खतरा की नौबत आने पर ये शूटर्स पलक झपकते ही हमलावर को मार गिराने की ताकत रखते हैं।
जानें, पीएम की कार की खासियत...
पीएम मोदी की सुरक्षा में उनका BMW कार भी अहम है। यह कार किसी अजूबे से कम नहीं है। जब यह कार सड़क पर निकलती है तो किसी बख्तरबंद गाड़ी से कम नहीं होती। इसमें आग, पानी, गोला बारूद और बारूदी सुरंगों से निपटने के पूरा इंतजाम होता है। इतना ही नहीं गैस अटैक से भी ये कार पूरी तरह से महफूज है। इसमें सेल्फ सीलिंग फ्यूल टैंक भी होता है, जिसमें किसी भी हालत में विस्फोट नहीं हो सकता है। बारूदी सुरंगों और बमों को झेलने के लिए कार में नीचे की तरफ आर्मर प्लेट्स होते हैं। इसके अलावा कार में इमरजेंसी एग्जिट होती है, इसके साथ ही कार के शीशे भी बुलेट प्रूफ होते हैं। अगर पीएम पर गैस से अटैक किया जाता है तो इस कार का कैबिन गैस-सेफ चैंबर में बदल जाता है। बैक-अप के तौर पर कार में ऑक्सीजन टैंक मौजूद होता है।
पीएम मोदी का कारकेड जब भी कहीं निकलता है तब उनके काफिले के साथ-साथ ऐसी ही दो डमी कारें भी चलती हैं। ताकि हमलावरों को ये न पता चले कि पीएम मोदी किस कार में बैठे हैं। सड़क पर प्रधानमंत्री का काफिला जब निकलता है तो सबसे आगे पुलिस और उसके बाद एसपीजी की गाड़ियां होती है। इन काफिले के बीच में तीन सुपर कारें चलती है। जिनमें से एक में पीएम मोदी सवार होते हैं। पीएम के काफिले के गाड़ियों में बड़े एंटीने लगे होते है, जिसके कारण ये गाड़ियां जैमर से लैस होती हैं। ये सड़क के दोनों ओर करीब 100 मीटर की दूरी पर रखे विस्फोटकों को डिफ्यूज़ कर सकते हैं।
पीएम के काफिले में एंबुलेंस के अलावा डॉक्टरों की एक टीम भी हर वक्त मौजूद रहती है। इसके अलावा काफिले में एनएसजी के अचूक निशाने वाले कमांडो होते हैं। इस काफिले में हर वक्त करीब 100 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। जब भी पीएम पैदल चलते हैं तो भी एसजीपी के कमांडो उनके आसपास घेरा बनाकर चलते हैं। जिसके भीतर कोई आम आदमी दाखिल नहीं हो सकता है।
पीएम मोदी के आवास पर एसपीजी के 500 से ज्यादा कमांडो तैनात रहते हैं। मोदी के काफिले में चलने वाली कारों की एसपीजी अच्छी तरह जांच करती है। इसके अलावा एक जैमर, एक एंबुलेंस और दिल्ली पुलिस की जिप्सियां हमेशा उनके काफिले के आगे और पीछे चलती है।
आसमान में कैसे होती है पीएम की सुरक्षा...
जमीन पर पीएम की सुरक्षा तो आप जान गए। लेकिन जब पीएम अपने विशेष विमान एयर इंडिया वन में उड़ान भरते हैं तो भी उनकी सुरक्षा अभेद होती है। पीएम के विशेष विमान में ऐसे खास उपकरण लगे है। जो मिसाइल अटैक से निपटने में भी सक्षम है।
प्रधानमंत्री का विमान जब उड़ान भरता है, तो उससे कुछ मिनट पहले पूरे इलाके को नो फ्लाइंग जोन में तब्दील कर दिया जाता है। इस दौरान ना तो कोई फ्लाइट लैंड कर सकती है और ना ही उड़ान भर सकती है।
पीएम मोदी को जब भी किसी दौरे पर निकलना होता है। उससे पहले एयरपोर्ट पर पहले से एयर फोर्स के दो बोइंग विमान तैयार खड़े होते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि अगर आखिरी वक्त पर विमान में कोई गड़बड़ी हो तो स्टैंडबाई के लिए खड़े विमान से प्रधानमंत्री अपनी यात्रा पर जा सकें।
पीएम के विमान में भी उनका अपना स्टाफ और एनएसजी के गार्ड्स रहते हैं। विमान में एक बेडरूम और छोटा कॉन्फ्रेंस रूम भी होता है। प्लेन में गेस्ट रूम, वीआईपी गेस्ट के लिए सीटिंग एरिया, पीएम का ऑफिस और आराम करने के लिए एक प्राइवेट रूम होता है। कुल मिलाकर पीएम की यात्रा को आरामदायक बनाने और जरूरत पड़ने पर ऑफिस का काम निपटाने तक की सभी सुविधाएं मौजूद होती हैं।
प्रधानमंत्री के एयरइंडिया वन की जिम्मेदारी भारतीय वायुसेना संभालती है। इस प्लेन की खास बात है इसमें लगा रडार बर्निंग सिस्टम और मिसाइल अप्रोच बर्निंग उपकरण, जिसके जरिए ये किसी भी मिसाइल का रास्ता भटका सकता हैं। अगर पीएम मोदी के एयर इंडिया वन विमान को निशाना बनाकर कोई मिसाइल दागी जाती है तो मिसाइल को भटकाने के लिए ये उपकरण हवा में आग के शोले छोड़ते हैं जिसकी वजह से मिसाइल टारगेट को लेकर कन्फ्यूज हो जाती है और निशाना चूक जाता है।
इंडियन एयरफोर्स के पास इस काम के लिए बोइंग 474-700 है। जो पीएम की विदेश यात्राओं में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा घरेलु उड़ानों के लिए इस बेड़े में तीन बिजनेस जेट प्लेन है। जिनका नाम राजहंस, राजदूत और राजकमल है।
हालांकि 2020 तक एयरफोर्स वन बेड़े में बोइंग 747-400 की जगह बोइंग 777-300 का विमान शामिल करने वाला है। ये विमान विशेष प्रकार के मेटल से बना होगा। जिसमें तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। दुश्मन के रडार को चकमा देने में सक्षम ये विमान किसी भी समय हवाई हमला होने की स्थिति में जवाबी कार्रवाई भी कर सकता है। इस विमान में बैठकर कहीं से, किसी भी वक्त, दुनिया के किसी भी राष्ट्र के प्रमुख से संपर्क स्थापित किया जा सकता है। साथ ही इस विमान में एक बार में 100 लोगों का भोजन बनाने, 2,000 लोगों के लिए भोजन स्टोर करने की व्यवस्था होगी। इस विमान में अनिश्चितकाल तक उड़ान भरने के लिए हवा में ही ईंधन भरने की सुविधा मौजूद होगी।