नई दिल्ली: राहुल गांधी बुधवार को गए तो थे दिल्ली में हिंसा प्रभावित इलाकों में हालात का जायज़ा लेने लेकिन उन्हें वहां एक महिला के विरोध का सामना करना पड़ा. बृजपुरी में ही गली नंबर 8 में रहने वाली विमलेश नाम की महिला ने राहुल गांधी को जमकर खरी-खोटी सुनाई.


राहुल गांधी का 'दंगा टूरिज़्म'?


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राहुल का विरोध करने वाली महिला विमलेश ने राहुल गांधी का जमकर विरोधी किया. इस दौरान उन्होंने ज़ी मीडिया से कहा, "किसने, इन्होंने आग लगवाई है इन्होंने ही ये बोल बोल-बोल के आर या पार, इन्होंने ही बोला था ना आर या पार, आग लगवाकर ये तापने आया है. मैं यहीं रहती हूं, हमने पत्थर खाए है. बड़ी मुश्किल से भाग-भागकर हमने अपनी जान बचाई है. इन्होंने ही आग लगवाई थी, शुरूआत किसने की थी? इन्होंने आग लगवाई आज तमाशा देखने आए हैं. आग लगवाकर तमाशा देखने आए हैं. 100 लड़के पत्थर मारकर हमारे घरों में घुस गए, यही बोल रही हूं मां-बेटे ने ही आग लगवाई है. क्या बोला था सोनिया गांधी ने? आर या पार"



राहुल गांधी कांग्रेस नेताओं के पूरे लाव-लश्कर के साथ दंगा प्रभावित इलाकों में पहुंचे. पीड़ितों से मुलाकात की, राहुल गांधी कांग्रेस नेताओं के साथ नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के बृजपुरी इलाके में पहुंचे. यहां उन्होंने अरुण मॉर्डन पब्लिक स्कूल का दौरा किया. ये स्कूल हिंसा के दौरान आगजनी का शिकार हुआ था. राहुल ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि भाईचारे को जलाकर हिंदुस्तान को बांटा जा रहा है.



'दंगा टूरिज़्म' में राहुल का सच से सामना!


बृजपुरी इलाके में राहुल गांधी फारुकिया जामा मस्जिद भी गये. राहुल गांधी ने हिंसा के दौरान टूटी मस्जिदों का भी जायजा लिया. राहुल गांधी के साथ लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, कुमार शैलजा, समेत कई नेता शामिल हुए. हिंसा वाले इलाकों में राहुल गांधी के दौरे पर बीजेपी ने पलटवार किया.


भाजपा ने कोरोना का नाम लेकर किया प्रहार


भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा, "पहले दंगा कराओगे, फिर मरहम लगाओगे. ये भी देखना पड़ेगा कि स्क्रीनिंग कराई है कि नहीं. पता लगा वहां जाओगे तो वहां भी संक्रमण फैलाओगे. इटली से आए हो, करोना वायरस फैलाने वहां क्यों जा रहे हैं?"


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राहुल से पहले कांग्रेस नेताओं के डेलिगेशन ने भी हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया. अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह ने तो दंगे के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दोषी ठहरा दिया. सवाल ये है कि  कांग्रेस पार्टी का क्या ये दंगा टूरिज़्म है. क्या नेताओं की ये हिंदू-मुस्लिम वाली सियासत है?


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