नई दिल्ली: अभिनेता अरुण गोविल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. रामानंद सागर की रामायण में भगवान राम का किरदार निभाने वाले अरूण गोविल ने भाजपा का दामन थाम लिया है. आपको बता दें, रामानंद सागर की रामायण लॉकडाउन के दौरान साढ़े 7 करोड लोगों ने देखा था.


जानिए कौन हैं अरुण गोविल?


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अरुण गोविल का जन्म उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के रामनगर में 12 जनवरी 1952 को हुआ था. बचपन से ही उन्हें अभिनय करने में रुचि थी. बचपन से ही नाटकों में वो काम करते थे. उनके पिता चाहते थे कि वो सरकारी नौकरी करें लेकिन अरुण गोविल कुछ ऐसा करना चाहते थे जिससे कि उन्हें पहचान मिले. 17 वर्ष की उम्र में वो मुंबई आ गए और वहां अपना व्यवसाय आरंभ कर दिया. इसके बाद उन्हें अभिनय के मौके मिलने शुरू हुए. 


साल 1977 में उन्होंने अपनी पहली फिल्म पहेली में काम किया. इसके बाद सावन को आने दो, सांच को आंच नही, राधा और सीता, जैसी कई फिल्मों में काम किया. ऐसे में साल 1985 में उन्हें रामानंद सागर द्वारा निर्देशित विक्रम बेताल में काम करने का मौका मिला और इसके बाद साल 1987-88 में रामायण में भगवान श्री राम की भूमिका मिला. भगवान राम की भूमिका अदा करके उन्हें रातों-रात शोहरत और नाम मिला. आज भी लोग उन्हें भगवान श्री राम की भूमिका के लिए ही याद करते हैं.


गोविल के करियर पर एक नजर


अरुण गोविल ने अबतक अपने करियर में तकरीबन 50 फिल्मों में काम किया. उन्होंने हिंदी के अलावा भोजपुरी, कन्नड, तेलुगू, बंगाली, फिल्मों में भी अभिनय किया. लेकिन जो लोकप्रियता उन्होंने भगवान श्री राम का अभिनय करके हासिल की सफलता की उन बुलंदियों को दोबारा नहीं छू सके.


रामायण में सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया ने साल 1991 में ही भाजपा का दामन थाम लिया था और गुजराज की बड़ौदा सीट से भाजपा सांसद निर्वाचित हुई थीं. रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी उसी साल भाजपा उम्मीदवार के रूप में  साबरकंठा सीट से लोकसभा चुनाव में विजयी हुए थे.


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