बहरामपुर. इंडिया गठबंधन की सहयोगी तृणमूल कांग्रेस के आक्रामक रुख के बीच पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है. चौधरी ने शनिवार को बनर्जी की आलोचना की और आरोप लगाया कि उनके बदलते बयान और बदलता रुख भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से उनके डर का संकेत है. दरअसल TMC द्वारा चौधरी को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में दोनों पार्टियों के बीच एक असफल गठबंधन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. 


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क्या बोले अधीर रंजन  चौधरी
कांग्रेस नेता ने कहा कि सीएम ममता जैसी सीनियर नेता को कांग्रेस पर निशाना साधते देखना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा- ममता बनर्जी आरोप लगा रही हैं कि कांग्रेस मुस्लिम वोट पाने के लिए तरह-तरह की बातें कर रही है. बीजेपी भी कह रही है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस कमजोर होगी, और दीदी (ममता) कह रही हैं कि कांग्रेस से कुछ भी नहीं होने वाला है. मैं यह समझने में असमर्थ हूं कि वास्तव में उनके मन में क्या है? हालांकि यह देखना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक नेता जो ‘इंडिया’ गठबंधन में है, वह ऐसी बातें कहती हैं.


दरअसल एक दिन पहले ममता बनर्जी ने  कहा था कि उन्हें संदेह है कि क्या कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में 40 सीट भी हासिल कर पाएगी. इस पर अधीर रंजन चौधरी ने कहा है-ऐसा लगता है कि ममता बनर्जी बीजेपी से डर गई हैं और यही कारण है कि वह हर दिन अपना रुख बदल रही हैं.


न्याय यात्रा की ममता ने की आलोचना
बता दें कि बनर्जी ने कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की भी आलोचना की, जो पश्चिम बंगाल के छह जिलों से होकर गुजरी. उन्होंने इसकी तुलना राज्य में आए 'प्रवासी पक्षियों' के लिए 'महज फोटो खींचने के अवसर' से की थी. ममता ने कहा था-मैंने प्रस्ताव दिया कि कांग्रेस 300 सीट पर चुनाव लड़े (देश भर में जहां बीजेपी मुख्य प्रतिद्वंद्वी है), लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान देने से इनकार कर दिया. अब, वे मुस्लिम मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए राज्य में आए हैं. मुझे संदेह है कि यदि वे 300 सीट पर चुनाव लड़ते हैं, तो क्या वे 40 सीट भी जीत पाएंगे.


बता दें कि कुछ दिनों पहले ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ने की घोषणा की थी. इसके बाद कांग्रेस की तरफ से कहा गया था कि सीट शेयरिंग का मुद्दा बातचीत के जरिए सुलझा लिया जाएगा. ममता ने कहा था -हम गठबंधन के लिए तैयार थे, उन्हें दो सीट की पेशकश की थी जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया. अब उन्हें सभी 42 सीट पर अकेले चुनाव लड़ने दें. तब से, हमारे बीच कोई बातचीत नहीं हुई है. हम अकेले लड़ेंगे और बीजेपी को बंगाल में हरायेंगे.


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