लखनऊः सोमवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ पुलिस ने हिरासत में लिया. सपा अध्यक्ष कन्नौज जा रहे थे, जहां किसान आंदोलन (Farmers Protest) के समर्थन में किसान मार्च प्रस्तावित था. इसमें शामिल होने से रोके जाने पर अखिलेश यादव नाराज हो गए और उन्होंने धरना दे दिया.


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इसके बाद लखनऊ पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में ले लिया. आखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों की आवाज को सरकार दबाने की कोशिश कर रही है. 


घर के पास से हिरासत में लिया गया
जानकारी के मुताबिक, सपा अध्यक्ष ने रविवार को ऐलान किया था कि उनकी पार्टी कृषि कानून को वापस लेने के किसान संगठनो की मांग का समर्थन करती है और इसके लिये सोमवार से राज्य भर में किसान यात्रायें आयोजित की जायेंगी.



इसके बाद सोमवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को सोमवार को उनके घर के पास हिरासत में ले लिया गया. अखिलेश यादव को कन्नौज जाने से रोकने के लिए पुलिस ने उनके लखनऊ स्थित आवास के बाहर बैरिकेडिंग की थी.


बंदरियाबाग में सड़क पर धरने पर बैठे अखिलेश
सपा अध्यक्ष की घोषणा के बाद सतर्क जिला प्रशासन ने कोविड प्रोटोकाल का हवाला देते हुये सपा कार्यालय और पूर्व मुख्यमंत्री के आवास के बाहर बेरीकेडिंग लगाकर पुलिस बल तैनात कर दिया था. इसके बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) सड़क पर आ गए और बंदरियाबाग में सड़क पर धरने पर बैठ गए.



उन्होनें कहा कि पुलिस चाहे तो उन्हे गिरफ्तार कर सकती है.  अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की आवाज को दबाना चाहती है. भाजपा जुलूस निकाले तो कोविड प्रोटोकाल का उल्लघंन नहीं होता है और अगर किसान आंदोलन करता है तो तमाम नियमों का हवाला दिया जाता है. 


सपा ने की हिरासत की निंदा
समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव को किसान यात्रा के लिए रोकने की कड़ी निंदा की है. सपा ने कहा, "अन्नदाता से अन्याय के खिलाफ अंतिम सांस तक समाजवादी संघर्षरत रहेंगे. ' किसान यात्रा ' को रोकने के लिए दमन की हर सीमा पार कर रही है सत्ता. किसानों की आवाज़ बुलंद करने निकले राष्ट्रीय अध्यक्ष को असंवैधानिक तरीके से सीएम के आदेश पर रोके जाना घोर निंदनीय!"



इससे पहले, प्रशासन ने कहा था कि किसान यात्रा की इजाजत नहीं दी है. प्रशासन ने कई सपा नेताओं को हिरासत में लेने के साथ विक्रमादित्य मार्ग को सील कर दिया था. इसके लिए कोरोना प्रोटोकॉल का हवाला दिया गया.


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