अभी अम्फान ने सताया, अब पड़ेगी लू की मार
मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट में कहा गया है कि अगले 24 घंटे में पश्चिमी राजस्थान के कुछ इलाके भीषण लू की चपेट में आ सकते हैं. मौसम विभाग की ओर से जारी ऑल इंडिया वेदर बुलेटिन में कहा गया है कि प्रायद्वीपीय भारत और विदर्भ में भी अगले तीन से चार दिनों तक लू के थपेड़े जारी रहेंगे.
नई दिल्लीः कोरोना वायरस के महासंकट के बीच प्राकृतिक आपदाओं ने भी देश को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है. हालांकि मौसम की गतिविधियों के अनुसार कुछ परिवर्तन तो होते ही हैं और वह जरूरी भी होते हैं, लेकिन उनसे बचाव भी जरूरी होता है. गर्मी के दिनों में लू चलना सामान्य है, लेकिन पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अम्फान चक्रवात का कहर थमने के बाद भारत के दूसरे अधिकांश हिस्सों में प्रचंड गर्मी का प्रकोप देखा जा रहा है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी दी है कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में अगले पांच दिनों तक लू का प्रकोप जारी रहेगा.
कई राज्यों में लू का कहर
विभाग की ओर से जारी अलर्ट में कहा गया है कि अगले 24 घंटे में पश्चिमी राजस्थान के कुछ इलाके भीषण लू की चपेट में आ सकते हैं. मौसम विभाग की ओर से जारी ऑल इंडिया वेदर बुलेटिन में कहा गया है कि प्रायद्वीपीय भारत और विदर्भ में भी अगले तीन से चार दिनों तक लू के थपेड़े जारी रहेंगे.
इनके अलावा पूर्वी मध्य प्रदेश, दक्षिणी उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी अगले 24 घंटे तक लू का प्रकोप रहेगा. वहीं 24 मई से 26 मई के बीच सिक्किम और कुछ अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश की आशंका जताई जा रही है.
1970 में आया भोला और 1999 में आए तूफान रहे बेहद खतरनाक, कई तूफानों ने मचाई तबाही
पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश
मौसम विभाग की मानें तो तूफान के प्रभाव से भारी बारिश का खतरा अभी टला नहीं है. उप हिमालयी पश्चिम बंगाल सिक्किम, असम और मेघालय में 24 से 26 मई के दौरान भारी से ज्यादा भारी बारिश हो सकती है. अरुणाचल प्रदेश में 24 मई को भारी बारिश की आशंका है. एजेंसी स्काईमेट वेदर की मानें तो केरल और दक्षिणी-तटीय कर्नाटक में भी एक-दो स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश हो सकती है.
गुजरात, हरियाणा में लू का असर
स्काईमेट वेदर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हिमाचल प्रदेश और पंजाब में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है. गुजरात, हरियाणा, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में हीट वेब का असर दिखाई देगा.
वहीं आंतरिक तमिलनाडु, कर्नाटक के शेष हिस्सों, जम्मू-कश्मीर, मुजफ्फराबाद और गिलगित-बाल्टिस्तान में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग की मानें तो चक्रवात अम्फान अब कमजोर होकर पूर्वोत्तर राज्यों पर निम्न दबाव के क्षेत्र के रूप में मौजूद है जिससे इन इलाकों में भारी बारिश का खतरा है.
अम्फान की तबाही से निपटने को पीएम मोदी ने ओडिशा को दी 500 करोड़ की मदद