नई दिल्ली. देश में ओछी राजनीति की एक से एक मिसालें सामने आ रही हैं. राष्ट्रवादी सरकार द्वारा बनाये गए नागरिकता संशोधन क़ानून का विरोध करते-करते विपक्षी इतने नीचे गिर गए कि अब इस तरह की हरकतें करने लगे हैं. मोदी विरोधियों ने नई चाल चलते हुए एक आम आदमी के कंधे पर रख कर बंदूक चलाई है.



पीएम से मांगे नागरिकता के सबूत 


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देश में  नागरिकता संशोधित कानून को लेकर उत्पात करने वालों की नई चाल का मुहरा बना है केरल का एक आम आदमी. त्रिशूर के रहने वाले इस व्यक्ति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नागरिकता को साबित करने वाले कागजात की मांग की है. जोश कल्लूवेटिल नामक इस व्यक्ति ने केरल  सूचना विभाग के प्रमुख को एक आवेदन देकर पीएम मोदी की नागरिकता को सिद्ध करने वाले दस्तावेजों की मांग कर डाली है.


जोश ने कागजात उपलब्ध कराने की मांग की 


आईटीआई को हथियार बनाते हुए इस व्यक्ति के माध्यम से विपक्ष ने प्रधानमंत्री का अपमान करने की ठानी है. इस मांग की पृष्ठभूमि में नागरिकता संशधन क़ानून है जिसे लेकर मोदी और शाह दोनों ही नेताओं ने कई बार स्पष्ट किया है कि ये क़ानून नागरिकता देने के लिए बना है, नागरिकता छीनने के लिए नहीं. इस बात को जानते हुए भी इस तरह की ओछी हरकत विपक्ष द्वारा की जा रही है.



चलक्कुडी नगरपालिका में दिया आवेदन


प्रधानमंत्री से उनकी नागरिकता के सबूत देने की मांग करने वाला यह आवेदन  राज्य सूचना विभाग के प्रमुख को सम्बोधित करते हुए त्रिशूर शहर की चलक्कुडी नगरपालिका में दिया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार त्रिशूर निवासी जोश कल्लूवेटिल ने चार दिन पहले 13 जनवरी को डाली अपनी याचिका में पूछा है कि ऐसे कौन से दस्तावेज हैं जो ये सिद्ध कर सकते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के नागरिक हैं.


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