नई दिल्ली.  कभी पाकिस्तान के पक्ष में तो कभी चीन के पक्ष में खड़े हुए फारूक अब्दुल्ला को जान लेना चाहिए कि देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तो है किन्तु गद्दारी के खिलाफ देश में एक मजबूत क़ानून है. जहरीली जुबान से देश के दुश्मनों के साथ खड़े होने की हिमाकत करने वाले हर शख्स की अगली मंजिल जेल है, फारूक अब्दुल्ला को समझ लेना चाहिए. देश के खिलाफ देश के दुश्मन चीन की चापलूसी करने वाले ऐसे व्यक्ति को ज़िंदगी भर कोई ताकत जेल से बाहर नहीं निकाल पाएगी. आज बेनकाब हो गया है यह व्यक्ति जिसका नाम है फारूक अब्दुल्ला. 


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चीनी चरण चाकरी की बेशर्म मिसाल 


''चीन से लागू कराएंगे अनुच्छेद 370'' - ये कहा है फारुक अब्दुल्ला ने. फारुक अब्दुल्ला नामक इस व्यक्ति को याद रखना चाहिये कि मीडिया का अटेंशन लेने के लिए देशविरोधी जहरीले बोल बोलना समझदार राजनीति नहीं है. समय-समय पर देश के दुश्मन पाकिस्तान का समर्थन करने वाले फारूक अब्दुल्ला ने अब देश के दुश्मन चीन का समर्थन कर दिया है और देश के क़ानून और संविधान को खुल्ले-आम चुनौती दे दी है.  


 


कौन है ये फारूक अब्दुल्ला 


कश्मीर के नेता के तौर पर कम परंतु विवाद पैदा करने के लिए अधिक जाना जाता है यह शख्स जिसका नाम है फारूक अब्दुल्ला. फारूक अब्दुल्ला नामक ये वही व्यक्ति है जिसने सेना पर होने वाली पत्थरबाजी का समर्थन किया था. ये वही व्यक्ति है जिसने कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के भगाये जाने का अप्रत्यक्ष समर्थन किया था. ये व्यक्ति वही व्यक्ति है जो हमेशा कश्मीर की आवाम को भड़काने की हर किस्म की घटिया कोशिश पर उतारू नज़र आया है. 


 


भारत-विरोधियों के साथ खड़ा हुआ ये नेता


जब मोदी सरकार ने कश्मीर में खुशहाली की ऐतिहासिक बहाली की और कश्मीर को गुलामी वाली धारा 370 से आजाद कराया तो विदेशों में ही नहीं देश में भी कई देशद्रोहियों को आग लग गई है. अब इस जमात में फारूक अब्दुल्ला नामक व्यक्ति भी शामिल हो गया है. पाकिस्तान, चीन, मलेशिया, तुर्की जैसे राष्ट्रों ने भारत विरोध में इस मुद्दे का इस्तेमाल करके धारा 370 की बहाली की मांग की है और संयुक्त राष्ट्र में भी अरण्यरोदन किया है. इसी सिलसिले में अब फारूक अब्दुल्ला नामक इस व्यक्ति ने चीन की मदद से भारत में 370 बहाल करने की उम्मीद जताई है. 


फारूक के हालिया विवादास्पद बयान 


ये हैं फारूक अब्दुल्ला नामक इस व्यक्ति के हालिया बयान जो इस व्यक्ति की देश-विरोधी सोच का मुजाहिरा करते हैं: 
 


2 अप्रेल 2019- 370 छूने की कोशिश न करें भारत से रिश्ते खत्म हो जाएंगे 
1 जुलाई 2019 - 370 अस्थायी तो भारत में हमारा विलय अस्थायी 
20 अगस्त 2020- 370 हटने से हम चुप नहीं बैठेंगे 
22 सितंबर 2020- जब तक 370  बहाल नहीं, शान्ति नहीं 
11 अक्टूबर 2020- चीन की मदद से 370 बहाल करेंगे 


60 हजार चीनी सैनिक खड़े हैं सीमा पर 


फारूक अब्दुल्ला के विपक्षी कहते हैं कि यह एक फूंका हुआ कारतूस है जिसे फारूक अब्दुल्ला के नाम से जाना जाता है और यह व्यक्ति विवादास्पद बयान दे कर अपने को राजनीति की मुख्य धारा में लाने की कोशिश करता रहता है. आज जब भारत की सरहद पर साठ हज़ार सैनिकों वाली चीनी फ़ौज खड़ी है और पिछले पांच महीनों से चीन भारत पर हमला करने की धमकी दे रहा है, उसी चीन को दोस्त कहने वाले फारूक अब्दुल्ला ने आज कहा है कि -अल्ला करे चीन हमारी मदद करे और कश्मीर में धारा 370 वापस आ जाए. फारूक अब्दुल्ला को नहीं भूलना चाहिए कि देश के दुश्मन के साथ खड़ा होना बहुत बड़ा देशद्रोह है. 


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