ओवैसी, महबूबा, तौकीर.. नूपुर शर्मा के खिलाफ क्यों नहीं रुक रही विवादित टिप्पणी
नूपुर शर्मा के बयान पर बखेड़ा खड़ा हो गया है. ऐसा लग रहा है कि मजहबी ठेकेदारों को जहर उगलने का मौका मिल गया है. विवादित टिप्पणी का सिलसिला सिर्फ नूपुर शर्मा तक सीमित नहीं है, अब पीएम मोदी के खिलाफ भी बयानबाजी शुरू हो गई है.
नई दिल्ली: असदुद्दीन ओवैसी से लेकर महबूबा मुफ्ती और तौकीर रज़ा के बयान आ रहे हैं. ओवैसी को बुलडोजर में एक बार फिर भगवा रंग दिख रहा है. महबूबा तो एक कदम आगे निकलीं, कह रही हैं कि नूपुर से बयान दिलवाया ही इसलिये गया ताकि मुसलमानों के घरों पर फिर बुलडोजर चलाने का और उनपर गोलियां चलाने का बहाना मिल सके और मौलाना तौकीर रज़ा ने तो पीएम मोदी पर ही विवादित टिप्पणी कर दी.
अगले जुमे 17 जून को क्या होगा?
मौलाना तौकीर रज़ा ने 17 जून को जुमे पर बरेली में नमाज के बाद फिर भीड़ लगाने का ऐलान किया है. सवाल ये है कि जब नूपुर का मामला कोर्ट में है. अब बुलडोजर का मामला भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है तो फिर इस प्रदर्शन की जरूरत क्या है? क्या एक जुमे पर जो कुछ हुआ या किया, वो काफी नहीं है? शुक्रवार के बाद अब तीन दिन में उत्पात थम गया है तो क्या ये मौलाना को पसंद नहीं आ रहा?
मुस्लिम धर्म गुरु तौकीर रजा ने क्या कहा
नूपुर शर्मा विवाद पर मौलाना तौकीर रज़ा का विवादित बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि 2024 जीतने के लिए संघ नूपुर शर्मा की हत्या करा सकता है. पीएम मोदी को कलयुग का धृतराष्ट्र बताया है.
मुस्लिम धर्म गुरु तौकीर रजा ने कहा कि 'मुसलमानों के ऊपर ज़ुल्म ढाया जा रहा है, मुसलमानों के बच्चों पर गोलियां चलाई जा रही हैं, मुसलमानों को सताने का काम चल रहा है, मुसलमानों को जेल में डालने का काम किया जा रहा है, लेकिन उस एक को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है.'
मौलाना यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि 'महाभारत में राजा अंधा था, बेईमान था. लेकिन कलयुग का आज का राजा अंधा नहीं है. वो बहरा बना हुआ था, सबकुछ देख रहा था. सबकुछ समझ रहा था, लेकिन बेईमानी का साथ दे रहा था. उसका नाम धृतराष्ट्र था. आज कलयुग के धृतराष्ट्र नरेंद्र मोदी जबतक इन बेईमानों के खिलाफ़ आवाज़ नहीं उठाएंगे तब तक हिन्दुस्तान का माहौल ठीक नहीं किया जा सकता.'
महबूबा ने क्यों दिया विवादित बयान?
PDP अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि 'जो नूपुर शर्मा ने बात की वो ऐसे ही नहीं की, वो जानबूझकर की ताकि मुसलमान भड़कें और इनको मौक़ा मिले मुसलमानों के घर उजाड़ने का, उनको जेलों में डालने का, उन पर गोलियां चलाने का.'
यूपी हिंसा में अबतक गिरफ्तारी
प्रयागराज 92
सहारनपुर 80
हाथरस 51
अंबेडकर नगर 41
मुरादाबाद 35
फ़िरोजाबाद 16
अलीगढ़ 6
जालौन 2
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13 FIR, 323+ गिरफ्तार
AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि 'अजय टेनी का घर नहीं तोड़ते आफरीन फातिमा का घर तोड़ते हैं बताओ भेद भाव कौन कर रहा है, अजय का घर हो तो नहीं तोड़ा जाएगा फातिमा का घर है तो तोड़ा जायेगा ये कौन सा इंसाफ है. ये बुलडोजर जो आप घरों पर चला रहे हैं एक समुदाय के घरों पर चला रहे हैं. प्रधानमंत्री देश के संविधान को आप कमज़ोर कर रहे हैं.'
ओवैसी ने आगे कहा कि 'फिर बंद कर दो अदालत को, ताला लगा दो अदालत को, जजों को कह दो, अदालत मत आओ, क्योंकि मुख्यमंत्री तय करेगा कौन मुल्ज़िम है, फिर क्या जरूरत अदालत की.'
यूपी हिंसा की TIMELINE
10 जून
प्रयागराज के अटाला में पत्थरबाजी
10 जून
3 घंटे के अंदर यूपी के 9 जिलों में हिंसा
11 जून
प्रयागराज हिंसा का मास्टरमाइंड जावेद गिरफ्तार
11 जून
हिंसा को लेकर सीएम योगी की बैठक
11 जून
9 जिलों में 13 FIR दर्ज
12 जून
306 आरोपियों की गिरफ्तारी
12 जून
दंगाइयों की संपत्ति को किया गया ध्वस्त
12 जून
मास्टमाइंड जावेद के घर भी चला बुलडोजर
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि 'ऐसे अपराधी जिन्होंने उत्तर प्रदेश की शांति व्यवस्था को तहस-नहस करने का प्रयास किया, उनका सपोर्ट ये क्यों कर रहे हैं, इसका जवाब प्रदेश और देश की जनता जानना चाहती है और ऐसी घटिया राजनीति करने वाले इसी लिए सत्ता से बेदखल हो चुके हैं.'
कुछ मजहबी ठेकेदारों ने भड़काऊ बयानबाजी की फैक्ट्री खोल ली है. ऐसे में क्या देश में दंगा करने में भी धर्म देखकर डिस्काउंट दिया जाना चाहिये? क्या अब नया कानूनी सिस्टम होना चाहिये जिसमें मुजरिम को खुद ये अधिकार होना चाहिये कि वो अपनी सजा तय करे? आखिर लॉजिक क्या है? विवादित और अभद्र टिप्पणी लगातार जारी है, वो कब रुकेगी कोई नहीं जानता..
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