नई दिल्लीः बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने प्रयागराज में माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक अशरफ की हत्या पर रविवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना प्रदेश सरकार की कानून-व्यवस्था पर अनेक गंभीर प्रश्न चिह्न खड़े करती है. यह सोचने की बात है कि राज्य का ‘एनकाउंटर प्रदेश’ बन जाना कितना उचित है? 


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शीर्ष अदालत से की उचित कार्रवाई की मांग
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मामले में देश की शीर्ष अदालत से उचित कार्रवाई की मांग की है. रविवार की सुबह बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा, 'गुजरात जेल से अतीक अहमद व बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकांड की तरह ही, उत्तर प्रदेश सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेक गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े करती है.' 


 



मायावती ने किए सिलसिलेवार ट्वीट
मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, 'देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिंतनीय घटना का माननीय उच्चतम न्यायालय अगर स्वयं ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर.' उन्होंने कहा, 'वैसे भी उत्तर प्रदेश में 'कानून द्वारा कानून के राज' के बजाय, अब इसका एनकाउंटर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात.' 


अतीक अहमद और अशरफ की हुई हत्या
माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद (60) और उनके भाई अशरफ की शनिवार रात को कुछ हमलावरों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब पुलिस दोनों को प्रयागराज में एक मेडिकल कॉलेज लेकर जा रही थी.


पुलिस ने अतीक की हत्या में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके नाम अरुण मौर्य, लवलेश तिवारी और सनी बताया जा रहा है. तीनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.


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