नई दिल्लीः Auto Taxi Strike: दिल्ली-एनसीआर में ऑटो-टैक्सी की हड़ताल की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऑटो और टैक्सी चालकों ने दो दिवसीय हड़ताल की है जो आज से शुरू हुई है. ये कल भी रहेगी. इस वजह से आम लोगों को आवाजाही में समस्या झेलनी पड़ रही है. वहीं सड़कों पर जाम भी लग रहा है. 


'खुद का ऐप बनाए सरकार'


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हड़ताल में शामिल एक चालक ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, 'हमारी मुख्य मांग है कि जो बाइक टैक्सी चल रही हैं, इन्होंने हमारा बचा हुआ व्यवसाय भी खत्म कर दिया है. सरकार खुद का ऐप बनाए जिससे दिल्ली के 2 से ढाई लाख ड्राइवरों को रोजगार मिले.'


 



लोगों को हो रही परेशानी


हड़ताल की वजह से लोगों को ऑटो-टैक्सी नहीं मिल रहे हैं. इसके चलते कई लोग अपने निजी वाहन लेकर बाहर निकले हैं. इससे जाम भी लग रहा है. वहीं लोगों को भी परेशानी हो रही है. वहीं कई लोगों ने मेट्रो का रुख किया है. इस वजह से मेट्रो में भी भीड़ दिख रही है. यही नहीं ओला-उबर पर भी रेट ज्यादा दिख रहे हैं जिससे लोगों को आवाजाही के लिए जेब भी ज्यादा ढीली करनी पड़ रही है.


क्यों हड़ताल कर रहे हैं ऑटो-टैक्सी चालक?


दिल्ली-एनसीआर में 15 से ज्यादा यूनियन हड़ताल में शामिल हैं. माना जा रहा है कि हड़ताल की वजह से करीब 4 लाख ऑटो और टैक्सी सड़कों पर नहीं उतरे हैं. ऑटो-टैक्सी संगठनों के लोग जंतर-मंतर पर बैठे हैं. दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्ट कांग्रेस यूनियन के अध्यक्ष किशन वर्मा का कहना है कि ऐप आधारित कंपनियों की वजह से उनका रोजगार प्रभावित हो रहा है.


उन्होंने कहा कि ये कंपनियां चालकों से मोटा कमीशन ले रही हैं. वहीं बाइक टैक्सी अवैध रूप से चल रही हैं जिनकी वजह से ऑटो-टैक्सी वालों के रोजगार पर असर पड़ रहा है. इस पर राज्य सरकार कुछ भी करने में फेल रही है इसलिए हड़ताल की जा रही है.


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