नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली समेत दंगा प्रभावित एरिया में प्रदर्शन के दौरान स्लीपर मॉड्यूल सक्रिय हो चुके हैं. तोड़फोड़, आगजनी और दंगा भड़काने के लिए इंडियन मुजाहिदीन और सिमी से जुड़े कट्टरपंथी मॉड्यूल तैयारी के साथ नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन में शामिल हो चुके हैं. ये इनपुट्स खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली पुलिस के साथ साझा किए हैं. इस बात की तस्दीक दिल्ली पुलिस के अफसर ने की.


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अधिकारी ने बताया कि इनपुट यह भी मिला था कि गुरुवार को होने जा रहे प्रोटेस्ट में बड़ी संख्या में मेवात, नूंह और उसके आसपास एरिया से करीब 25 हजार लोग गाड़ियों के जरिए दिल्ली में दाखिल होकर प्रदर्शन में हिंसा फैला सकते हैं. इसी के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने रात को ही गुड़गांव बॉर्डर पर बैरिकेड्स लगाकर पुख्ता इंतजाम कर दिए थे. अतिरिक्त फोर्स के साथ ही सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों को राउंड पर लगाया था. यही वजह रही गुरुवार को कड़ी निगरानी के बीच गाड़ियों की आवाजाही होने दी गई और कई घंटे तक लंबा जाम लग गया.


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पुलिस ने मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को भेजा था लेटर
पुलिस अफसर के मुताबिक, करीब 60 वॉट्सऐप, ट्विटर, फेसबुक अकाउंट को सस्पेंड करने के लिए स्पेशल सेल ने प्रोवाइडर कंपनियों को लेटर लिखा है. प्रदर्शनों को ध्यान में रखते हुए सेल ने गुरुवार को दिल्ली के कई इलाकों में मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कराई. स्पेशल सेल ने इस संबंध में इंटरनेट और मोबाइल कंपनियों को एक दिन पहले ही सीक्रेट लेटर भेज था, जिसका खुलासा गुरुवार को हुआ


इसलिए बंद रहा इंटरनेट
गोपनीय लेटर में चुनिंदा संवेदनशील इलाकों में इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं बंद करनी थीं. यह लेटर एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया, जियो, महानगर टेलिफोन निगम लिमिटेड, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) को भेजा गया. इसमें मौजूदा हालात के मद्देनजर कानून-व्यवस्था का हवाला दिया. एजेंसियों को कहा गया कि 19 दिसंबर यानी गुरुवार को सुबह 9 बजे से 1 बजे तक सभी सेवाएं बंद रखी जाएं. 



बंद की जाने वाली इन सेवाओं में कॉलिंग, एसएमएस, वॉइस मेसेज और इंटरनेट सेवाएं शामिल थीं. इसके अलावा उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, सीलमपुर, मुस्तफाबाद, साउथ ईस्ट दिल्ली के जामिया नगर, शाहीन बाग और हरियाणा की सीमा पर वबाना इलाके में भी संचार सेवाएं ठप रखने को कहा गया था. पुलिस के मुताबिक, यह कदम खुफिया इनपुट के बाद उठाया गया.


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