नई दिल्लीः भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और मॉरीशस के विदेश मंत्री धनंजय रामफुल ने शनिवार को राजधानी दिल्ली के निगम बोध घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित किए. वांगचुक ने निगम बोध घाट पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार से पहले उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. 


92 साल की उम्र में हुआ निधन


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भारत में आर्थिक सुधारों के जनक कहे जाने वाले पूर्व वित्त मंत्री और दो बार प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार को निधन हो गया था. वह 92 साल के थे. सिंह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे. 


भूटान में मनमोहन सिंह को दी गई श्रद्धांजलि


प्रधानमंत्री के तौर पर मनमोहन सिंह के कार्यकाल में भूटान और मॉरीशस सहित कई प्रमुख देशों के साथ भारत के संबंधों में उल्लेखनीय सुधार हुआ था. यही वजह है कि भूटान के राजा पूर्व पीएम की मौत की खबर सुनने के बाद उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए दिल्ली पहुंचे. यही नहीं इससे पहले भूटान की राजधानी थिंपु में स्थित ताशिचो द्जोंग के ग्रैंड कुएनरे हॉल में एक खास कार्यक्रम हुआ था. यहां जिस सिंहासन से भूटान की सरकार चलती है वहीं पर मनमोहन सिंह की तस्वीर लगाई गई. उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई. 


पूर्व पीएम के सम्मान में 1000 बटरलैंप जलाए गए


इस जगह की अहमियत यह है कि इसी जगह से 1968 से भूटान की सत्ता चलती है. यही भूटान के राजा का सिंहासन है. सभी मंत्रालय यहीं से चलते हैं और सभी निर्णय भी यहीं से लिए जाते हैं. यहां मनमोहन सिंह के सम्मान में 1000 बटरलैंप जलाए गए और विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ.


वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कई केंद्रीय मंत्रियों ने भी निगमबोध घाट पर सिंह के अंतिम संस्कार से पहले उन्हें श्रद्धांजलि दी.


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