Ayodhya News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को भगवान राम और सीता के विवाह के उपलक्ष्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उत्सव के तहत अयोध्या धाम के लिए 1,11,111 लड्डू ले जाने वाले 'लड्डू रथ' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. सीएम यादव ने कहा, 'अब जब भगवान राम अयोध्या धाम लौट आए हैं, तो उनके विवाह (विवाह पंचमी) पर भव्य उत्सव मनाया जाएगा.'


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अयोध्या धाम के लिए लड्डू उज्जैन से भेजे गए हैं. सीएम यादव ने X पर एक पोस्ट में कहा, 'यह प्रसाद नेपाल के जनकपुर में आयोजित श्री राम-सीता विवाह महोत्सव में आने वाले भक्तों को वितरित किया जाएगा.'



इस साल विवाह पंचमी 6 दिसंबर 2024 को मनाई जाएगी. यह हर पांच साल में एक भव्य जुलूस के साथ मनाई जाती है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने राम मंदिर ट्रस्ट के प्रवक्ता ओमकार सिंह के हवाले से कहा, 'शादी की बारात 26 नवंबर को जनकपुर के लिए रवाना होगी और 3 दिसंबर को वहां पहुंचेगी. जनकपुर में उत्सव 6 दिसंबर को होगा जिसके बाद 'बारात' 10 दिसंबर को अयोध्या लौटेगी.'


भारत से आने वाले इस विवाह जुलूस में अयोध्या से आए करीब 500 साधुओं के अलावा जानकी मंदिर में प्रसाद चढ़ाने वाले लाखों लोग शामिल होंगे.


पहली बार, इस समारोह में विवाह उत्सव से पहले एक विशेष तिलकोत्सव समारोह भी शामिल होगा, जो इस साल जनवरी में राम लला की मूर्ति की स्थापना के बाद जनकपुर धाम में एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक आयोजन होगा.


इस सप्ताह की शुरुआत में, हिमालयी राष्ट्र के जनकपुर से 500 से अधिक प्रतिनिधियों ने अयोध्या में भगवान राम के 'तिलक उत्सव' में भाग लिया.


मंदिर के अधिकारियों ने कहा कि सोने, चांदी और पारंपरिक प्रसाद सहित औपचारिक उपहारों के साथ, यह आयोजन रामायण से भगवान राम और सीता के प्रतीकात्मक विवाह की एक महत्वपूर्ण प्रस्तावना थी. बता दें कि सीता के जन्मस्थान के रूप में प्रतिष्ठित, जनकपुर का औपचारिक परंपरा में एक महत्वपूर्ण स्थान है.


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