नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ के सूत्रों ने खबर दी है कि पाकिस्तान इस बार पंजाब इलाके में आतंक फैलाने की साजिश रच रहा है. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स को अपने सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी साइड के पंजाब इलाके में बड़ी संख्या में आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. इसमें महिला और पुरुष दोनों आतंकवादी शामिल हैं. 


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करतारपुर साहिब के पास पाकिस्तान की नापाक हरकत
बीएसएफ से सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान अपने हिस्से के पंजाब के मुरीद, शकरगढ़ और नरोवाल इलाके में आतंकियों के कैंप चला रहा है. इसमें बड़ी संख्या में महिला और पुरुष आतंकवादी ट्रेनिंग ले रहे हैं. आशंका है कि इन आतंकियों का इस्तेमाल भारत में खूनी खेल खेलने के लिए किया जा सकता है. 
नरोवाल पंजाब का वही इलाका है, जहां पर प्रसिद्ध धर्मस्थल करतारपुर साहिब गुरुद्वारा स्थित है. जहां सिख तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने की योजना है. इस कॉरिडोर के खोले जाने में सिर्फ 4 दिन का समय रह गया है. 9 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन होना है. 



पंजाब में बढ़ गई है पाकिस्तान की हरकतें
पिछले कुछ दिनों से पंजाब में पाकिस्तान की हरकतें बढ़ गई हैं. कुछ दिनों में कई बार पाकिस्तान की सीमा से संदिग्ध ड्रोन भारतीय पंजाब में देखे गए. इसमें से कुछ ड्रोन जहाजों के जरिए हथियार और गोला बारुद गिराए जाने की बात भी सामने आई थी. 
दरअसल कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद की शांति और आतंकियों की कमर टूटने के बाद पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेन्सी आईएसआई परेशान हो गई है. अब वह भारत में अशांति फैलाने के नए रास्ते तलाश कर रहा है. इसलिए उसने पंजाब पर फोकस किया है. जहां पहले भी आतंकवाद का लंबा इतिहास रहा है. 


सुरक्षा एजेन्सियां हैं सतर्क
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारतीय सुरक्षा और खुफिया एजेन्सियां अतिरिक्त सतर्कता बरत रही हैं. वह करतारपुर कॉरिडोर को खुलने को बड़ी चुनौती मान रही हैं. क्योंकि उन्हें आशंका है कि पाकिस्तान की बदनाम आईएसआई इस मौके का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों को फैलाने में करेगी. 
सुरक्षा एजेन्सियों को चिंता है कि सीमा पार करके पाकिस्तान तीर्थयात्रा के लिए गए भारतीयों को आईएसआई अपने यहां मौजूद एजेन्टों के जरिए भड़काकर उनके जेहन में भारत विरोधी भावनाएं भर सकती है.  पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पहले ही कह चुके हैं कि करतारपुर कॉरिडोर खोलने के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंडा भी हो सकता है. उन्होंने शक जताया था कि यह सिख भाईचारे को प्रभावित करने की चाल हो सकती है. ऐसे में भारत को सतर्क रहने की जरुरत है.