Chhattisgarh Gunfight: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर के पास  गुरुवार को एक जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कम से कम सात माओवादी मारे गए. पुलिस ने कहा कि मुठभेड़ अभी भी जारी है.


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नारायणपुर पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, बीजापुर और नारायणपुर जिले की सीमा पर जंगल में सुबह 11 बजे के आसपास गोलीबारी शुरू हुई.


बयान में कहा गया, 'सीपीआई (माओवादी) के प्लाटून नंबर 16 के माओवादी नेताओं और इंद्रावती एरिया कमेटी के सदस्यों के विशेष इनपुट के बाद नारायणपुर, बस्तर और दंतेवाड़ा के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की संयुक्त टीम बुधवार रात नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी. गुरुवार सुबह करीब 11 बजे गोलीबारी शुरू हो गई. गोलीबारी रुकने के बाद नारायणपुर पुलिस ने दो माओवादियों के शव बरामद किए.'


जंगल में ऑपरेशन जारी
यह ऑपरेशन नारायणपुर, बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों के ट्राइजंक्शन पर अबूझमाड़ के जंगल में चलाया जा रहा है. दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने कहा, 'नारायणपुर पुलिस ने सुबह दो शव बरामद किए, जबकि शाम को दंतेवाड़ा पुलिस ने पांच शव बरामद किए. पांच हथियार भी बरामद किये गये. हथियारों के ग्रेड का अभी पता नहीं चल पाया है. मुठभेड़ अभी भी जारी है.' उन्होंने बताया कि माओवादियों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है.


अबूझमाड़ क्या है?
अबूझमाड़ महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के बीच फैला है और इसे लोकप्रिय रूप से 'अज्ञात पहाड़ी' कहा जाता है क्योंकि ब्रिटिश काल के बाद से 6,000 वर्ग किमी के घने जंगल का सर्वेक्षण नहीं किया गया है.


अधिकारियों के अनुसार, जंगल माओवादी गतिविधियों का केंद्र है और कहा जाता है कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के लगभग एक दर्जन वरिष्ठ कैडर अभी भी वहां डेरा डाले हुए हैं.


मौजूदा मुठभेड़ के साथ, इस साल सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस द्वारा अलग-अलग मुठभेड़ों में अब तक 107 माओवादियों को मार गिराया गया है, जो 2023 की तुलना में बहुत अधिक है, जिसमें केवल 22 माओवादी मारे गए थे.


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