कई Chinese एप्स मनी लांड्रिंग के खेल में शामिल, हाई कोर्ट ने दिया सख्त कार्रवाई का आदेश
दक्षिण भारत में छोटे कर्जदारों की आत्महत्या के बाद कई Chinese इंस्टेंट लोन एप्स कंपनियां शक के दायरे में आ गई थीं.
नई दिल्ली: तेलंगाना में Chinese इंस्टेंट लोन एप्स का मनीलांड्रिंग से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है. इस मामले में 25,000 करोड़ रुपये से अधिक के लेन-देन की संभावना जताई जा रही है. कुछ ही महीनों में, दक्षिण भारत के कई छोटे कर्जदारों के आत्महत्या करने के मामले सामने आने के बाद हैदराबाद की अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शिखा गोयल ने इन घटनाओं के तार जोड़ना शुरू कर दिया था. शिखा गोयल ने अपनी जांच के आधार पर कहा है कि ये सभी एप्स एक मकड़जाल की तरह पूरे दक्षिण भारत में फैल गए थे. यह सिर्फ इंस्टेंट लोन देने का मामला नहीं है.
मनीलांड्रिंग में शामिल होने की संभावना
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शिखा गोयल ने जी बिजनेस को एक टेलीफोनिक इंटरव्यू में बताया कि ये लोन एप्स मनीलांड्रिंग के खेल में भी शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि इन एप्स के काम करने के तरीके, संचालन के पैमाने और पैसे के स्त्रोत भी संदेहजनक हैं. इन Chinese एप्स ने कुछ ही महीनों में दक्षिण भारत में 25,000 करोड़ रुपये का लेन-देन किया है. अभी वास्तविक मनी ट्रेल का पता लगाने की कोशिश जारी है. इस मामले में यह बात सबसे महत्वपूर्ण है कि गिरफ्तार किए गए कई लोगों के तार एक पुराने इन्वेस्टमेंट घोटाले से जुड़े हुए हैं.
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कुछ समय पहले ही स्थापित की गई कंपनियां
घोटाले में शामिल अधिकांश कंपनियां साल 2019 की दूसरी छमाही अथवा साल 2020 की पहली छमाही में ही स्थापित की गई थीं. घोटाले का शिकार हुए लोगों में अधिकतर श्रमिक थे, जिन्होंने मजबूरी में बिना अधिक जांच किए छोटी-छोटी राशियां लोन पर ली थीं. इनमें से अधिकतर श्रमिक महामारी के दौर में अपनी नौकरी खो चुके थे, नकदी की आवश्यकता के कारण उन्होंने ज्यादा सावधानी नहीं बरती.
इनमें से अधिकतर एप्स का संचालन चीनी नागरिक ही कर रहे हैं. जिन एप्स को कुछ भारतीय संचालित कर रहे हैं, उनके तार भी चीन से जुड़े हुए हैं. भारत में इन कंपनियों के कॉल सेंटरों की स्थापना एक लोकल नेटवर्क के जरिए की गई.
कैसे बढ़ा संदेह
इन कंपनियों से जुड़े कई बड़े लेन-देन पुलिस की जांच में सामने आए. जिसके बाद पुलिस को संदेह हुआ कि यह मनीलांड्रिंग का मामला भी हो सकता है. इस बात को लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता कि यह घोटाला कितना बड़ा है. पुलिस के साथ-साथ कई जांच एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं. जांच के बाद ही किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है.
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कई बैंक अकाउंट हुए फ्रीज
पुलिस आयुक्त शिखा गोयल ने कहा, अभी हम इस घोटाले में इस्तेमाल हुए पैसे के स्त्रोत के बारे में पता नहीं लगा पाए हैं. अभी इस मनी ट्रेल के बारे में पता लगाने में समय लगेगा. जांच के तहत, अब तक 650 बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं. अभी इस घोटाले के बिटकॉइन से भी तार जुड़े होने की जांच चल रही है.
गूगल प्ले स्टोर ने हटाए एप्स
पुलिस के अनुरोध के बाद, 160 से भी ज्यादा इंस्टेंट लोन एप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया गया है. पुलिस के अनुरोध से पहले इनमें से कई एप्स को Google Play Store से डाउनलोड किया जा सकता था.
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