दिल्ली: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने स्वीकार किया है कि वह और उनके बेटे दुष्यंत सिंह लखनऊ में बॉलीवुड की मशहूर सिंगर कनिका कपूर की पार्टी में शामिल हुए थे. इसके अलावा चौंकाने वाली बात ये है कि सांसद दुष्यंत सिंह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मिले थे. अब दोनों नेता अब सेल्फ-आइसोलेशन में हैं. बॉलीवुड की मशहूर सिंगर कनिका कपूर कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं. कनिका कपूर ने रविवार को लखनऊ के गैलेंट अपार्टमेंट में एक पार्टी ऑर्गनाइज की थी, जिसमें तमाम बड़े अधिकारी और नेता शामिल हुए थे. 


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राष्ट्रपति भवन में भोज पर गये थे दुष्यंत


राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह इसके तीन दिन बाद 18 मार्च को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में भी शामिल हुए. दरअसल, बुधवार की सुबह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यूपी और राजस्थान के सांसदों के लिए राष्ट्रपति भवन में ब्रेकफास्ट की मेजबानी की थी. इस कार्यक्रम की एक तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें दुष्यंत सिंह राष्ट्रपति कोविंद के पीछे खड़े दिख रहे हैं. हालांकि राष्ट्रपति कोविंद ने दुष्यंत सिंह और अन्य सांसदों से हाथ नहीं मिलाया.


वसुंधरा और दुष्यंत गायक कनिका की पार्टी में हुए थे शामिल


आपको बता दें कि पार्टी में वसुंधरा राजे और उनके बेटे और बीजेपी सांसद दुष्यंत सिंह भी पहुंचे थे. दोनों नेताओं के पार्टी में शामिल होने की जानकारी सामने आने के बाद सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया है. वसुंधरा राजे ने कहा कि कुछ दिन पहले दुष्यंत और उनके ससुराल वालों के साथ मैं लखनऊ में एक डिनर पर गयी थी. कनिका कपूर, जो कि कोरोना वायरस संक्रमित पाई गई हैं, वें भी उस डिनर में बतौर अतिथि मौजूद थीं. सावधानी के तौर पर दुष्यंत सेल्फ-आइसोलेशन में हैं.



संसद भी पहुंचे थे दुष्यंत सिंह


उल्लेखनीय है कि दुष्यंत गुरुवार और शुक्रवार को संसद भी पहुंचे, हालांकि अब वो आइसोलेशन में हैं. वहीं, टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने संसद सत्र को स्थगित करने की मांग की है. वह दो दिन पहले स्थायी समिति की एक बैठक में दुष्यंत सिंह के बगल में बैठे थे. दुष्यंत सिंह ने संसद में कई सांसदों से बातचीत भी की और सेंट्रल हॉल में भी देखे गए.


लगातार बढ़ रहा कोरोना का कहर


कोरोना के बढ़ते कहर के बीच महाराष्ट्र के 4 शहरों को 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है. इसमें मुंबई, पुणे, नागपुर और पिंपरी- चिंचवाड़ शामिल हैं. बंद के दौरान आवश्यक दुकानों के अलावा सब कुछ बंद रहेगा. राज्य सरकार के दफ्तरों में सिर्फ़ 25 फीसदी कर्मचारी काम करेंगे. महाराष्ट्र ही भारत का वो राज्य है जहां सबसे अधिक 50 से ज्यादा कोरोना वायरस के मरीज पाए गए हैं.