नई दिल्ली: दिल्ली की जामा मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के बाद जोरदार प्रदर्शन हुआ है. प्रदर्शनकारी भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की गिफ्तारी की मांग कर रहे हैं. इस दौरान नूपुर शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई. इससे पहले गुरुवार को पार्लियामेंट थाने के सामने ओवैसी की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था. उधर, भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन किया है और कहा है कि अगर सच कहना बगावत है तो हम बागी हैं. 



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जुम्मे की नमाज़ और प्रदर्शन के बाद नमाज़ी बाहर निकले और अपने अपने घर की तरफ चले गए हैं. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नमाज़ियों ने कहा कि सब कुछ अच्छे से हुआ है. यहां कोई दिक्कत नहीं है और अब हम घर जा रहे हैं. 


यूपी में धारा 144 लागू
वहीं, यूपी में पुलिस ने शुक्रवार की नमाज के लिए सभी जिला पुलिस प्रमुखों को मस्जिदों के आसपास सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश जारी किए हैं. तीन जून को कानपुर में हुई हिंसा के बाद यह कदम उठाया गया है. 


सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ को रोकने के लिए कानपुर और लखनऊ में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू की गई है.


क्या बोले एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक संवेदनशील इलाकों और पूजा स्थलों पर रणनीतिक रूप से पुलिस की तैनाती की गई है. पुलिस अधिकारी शांति और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए मौलवियों और समूह के अन्य नेताओं के संपर्क में हैं.


एडीजी ने कहा कि फिरोजाबाद, शामली, सहारनपुर, मुरादाबाद, आगरा, अयोध्या, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर और लखनऊ सहित संवेदनशील जिलों में विशेष तैनाती की गई है. 


कितना पुलिस बल तैनात
एडीजी ने कहा कि प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) की 12 कंपनियां पहले से ही कानपुर में डेरा डाले हुए हैं, जबकि कुछ कंपनियों को संवेदनशील जिलों में भेजा गया है. कानपुर में पीएसी की 12 कंपनियों, तीन अतिरिक्त आईपीएस अधिकारियों और रैपिड एक्शन फोर्स की दो कंपनियों की तैनाती के साथ सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए है.

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