नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के देवरिया में सोमवार को एक परिवार के 6 सदस्यों को मौत के घाट उतारा गया था. सभी लोगों को का बीती रात अंतिम संस्कार कर दिया गया है. घटना में परिवार के मुखिया सत्य प्रकाश दुबे की भी हत्या हो गई थी. हालांकि, सत्य प्रकाश का बड़ा बीटा उस दौरान घर पर नहीं था, इसलिए उसकी जान बच गई. अब देवेश का बयान सामने आया है.  


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मृतक के बेटे का बयान
सत्य प्रकाश के बेटे देवेश ने अपने बयान में बताया, 'कल मैं भागवत कथा के लिए बलिया गया हुआ था. मेरे भाई गांधी ने मुझे फोन करके कहा था कि आज मेरा बर्थडे है. आप मेरे लिए क्या गिफ्ट लाओगे. इस पर मैंने उससे कहा था कि लौटकर तुम्हे गिफ्ट लाकर दूंगा. इस बीच उसका फोन भी आया था कि भैया कुछ बदमाशों ने घर को घेर लिया है और वो हमें मारने की धमकी दे रहे हैं. जब मैं घर पहुंचा तो देखा कि सबकी मौत हो चुकी थी.'


कैसे शुरू हुआ विवाद
देवेश ने सरकार से हत्यारों को फांसी देने की मांग की है. रुद्रपुर थाने  50 अज्ञात लोगों के खिलाफ कई धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज हुआ है. दरअसल, यह मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है. मृतक सत्य प्रकाश दुबे के भाई साधु दुबे ने अपनी 10 बीघा जमीन पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव को बेची थी. करीब तीन महीने पहले साधु दुबे गुजरात चले गए. फिर सत्य प्रकाश दुबे भाई की जमीन देखने चले गए और विवाद शुरू हो गया. 


इस तरह हुई घटना
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार सुबह प्रेम यादव सत्य प्रकाश के घर आया था. सत्य प्रकाश ने अपने परिजनों के साथ मिलकर ने प्रेम यादव की हत्या कर दी. इस पर प्रेम यादव के टोले अभयपुर के लोग भड़क गए. उन्होंने सत्य प्रकाश के घर पर हमला कर दिया. पति-पत्नी, दो बेटियों और एक बेटे को मौत के घाट उतार दिया. हमलावरों ने मृतक के आठ साल के बेटे को भी बुरी तरह मारा. वह अस्पताल में भर्ती है, उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है.


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