नई दिल्लीः Dusshera 2022: दशहरे पर श्रीनगर में रावण दहन हुआ. दिलचस्प यह है कि आर्टिकल 370 के हटने के बाद पहली बार कश्मीर में रावण दहन कार्यक्रम हुआ. इस आयोजन में मुस्लिमों ने भी भाग लिया.


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ट्विटर पर पत्रकार आदित्य राज कौल ने इसका वीडियो साझा किया है. उन्होंने लिखा, नकारात्मकता और बुराई की हार. सत्य और अच्छाई की जीत.


 



उनके इस पोस्ट पर एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया, हमारा कश्मीर बदल रहा है. वहीं अन्य यूजर ने लिखा, यह संकेतात्मक है. आतंकवाद का रावण हार गया है.


 



अमित शाह भी पहुंचे थे कश्मीर
इससे पहले आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी कश्मीर पहुंचे. यहां उन्होंने युवाओं से हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में 1990 से अब तक आतंकवाद ने 42,000 लोगों की जान ले ली है. उन्होंने इसके साथ ही सवाल किया कि क्या आतंकवाद ने कभी किसी को फायदा पहुंचाया है? 


पाक से नहीं होगी बातचीत 
उन्होंने पाकिस्तान के साथ बातचीत की वकालत करने वालों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग कहते हैं कि हमें पाकिस्तान से बातचीत करनी चाहिए. हमें पाकिस्तान से बातचीत क्यों करनी चाहिए? हम कोई बातचीत नहीं करेंगे. हम बारामूला के लोगों से बात करेंगे, हम कश्मीर के लोगों से बात करेंगे.” 


उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करती है और वह इसका अंत और सफाया करना चाहती है. 


दशहरे पर होता है रावण दहन
बता दें कि हर साल दशहरे के मौके पर रावण दहन कार्यक्रम होता है. रावण के साथ मेघनाद और कुंभकरण का पुतला भी जलाया जाता है. बुराई पर अच्छाई की जीत के इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है.


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