नई दिल्ली/मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई के एक ‘चॉल’ के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन के एक मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया है. 


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12 बजकर पांच मिनट पर हिरासत में लिया गया
अधिकारियों ने बताया कि राउत (60) को दक्षिण मुंबई के बलार्ड एस्टेट में ईडी के मंडल कार्यालय में छह घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने दावा किया कि राउत को धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत रविवार देर रात 12 बजकर पांच मिनट पर हिरासत में लिया गया, क्योंकि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे. संजय राउत के घर से ईडी ने 11.50 लाख रुपये भी जब्त किये हैं. 


आज होगी पेशी
शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत को मुंबई की एक विशेष पीएमएलए अदालत में सोमवार की दोपहर में पेश किया जाएगा, जहां ईडी उनकी हिरासत मांगेगी. जांच एजेंसी का एक दल रविवार को मुंबई के भांडुप इलाके में राउत के आवास पहुंचा, जहां उन्होंने तलाशी ली, राउत से पूछताछ की और शाम तक उन्हें एजेंसी के स्थानीय कार्यालय में पूछताछ के लिए पेश होने का समन दिया. उधर संजय राउत के भाई सुनील राउत ने कहा कि ईडी संजय राउत से डरती है, इसलिए गिरफ्तार कर लिया है. फर्जी दस्तावेज के सहारे संजय राउत को पात्रा चॉल से जोड़ने की कोशिश हो रही है.


क्या है पात्रा चॉल केस
पात्रा चॉल घोटाला मुंबई के उपनगरीय इलाके गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर का है. यह इलाका पात्रा चॉल के नाम से लोकप्रिय है. यह 47 एकड़ में फैला है, जिसमें कुल 672 घर हैं. इसी पात्रा चॉल पुनर्विकास परियोजना में धांधली के मामले की जांच अब ईडी के हाथों में है. पुनर्वास का ठेका गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन लिमिटेड (जीएसीपीएल) को दे दिया था. लेकिन, 14 साल बाद भी लोगों को घर नहीं मिला है.

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