ED in Rajasthan: अब पूर्व CM अशोक गहलोत के दरवाजे पर ED, जानें क्यों पड़ी रेड?
Ashok Gehlot ED Raid: मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पूर्व सीएम अशोक गहलोत और उनके बेटे वैभव गहलोत के ठिकानों पर ईडी की रेड हुई है. गहलोत पर किरोड़ी लाल मीणा ने खनन घोटाला करने के आरोप लगाए थे.
नई दिल्ली: Ashok Gehlot ED Raid: आज ईडी ने झारखंड और राजस्थान में छापेमारी की है. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके बेटे वैभव गहलोत के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है. इससे पहले वैभव गहलोत को समन जारी कर ईडी उनसे पूछताछ भी कर चुकी है. वैभव 30 अक्टूबर और 16 नवंबर को ईडी के दफ्तर में पेश हुए थे.
पूर्व सीएम के ठिकानों पर छापेमारी क्यों
जानकारी के मुबिक खनन घोटाले को लेकर राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत के ठिकानों पर छापेमारी हुई है. उनके करीबी रहे दो आईएएस अधिकारियों के ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी की है. कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने सांसद रहते हुए खनन घोटाले का मामला उठाया था. उन्होंने दावा किया था कि यह 50 हजार करोड़ से ज्यादा बड़ा घोटाला है.
वैभव गहलोत पर क्या मामला है?
अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत पर विदेशी मुद्रा विनियमन का उल्लंघन करने का आरोप है. जानकारी के मुताबिक, साल 2011 का है. ट्राइटन होटल एंड रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक शिव शंकर शर्मा और रतन कांत शर्मा के खिलाफ फेमा के तहत जांच शुरू की गई थी. रत्न शर्मा वैभव के बिजनेस पार्टनर बताए जाते हैं. ईडी का दावा है कि साल 2011 में होटल के 2500 शेयर खरीदे गए थे, जिन्हें मॉरीशस की फर्म से ट्राइटन होटल्स को फंड डायवर्ट किया गया था. 39900 रुपए प्रति शेयर की कीमत से इसे खरीदा गया था. लेकिन शेयर की असल कीमत 100 रुपए थी. ईडी के मुताबिक, इस दौरान विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम यानी फेमा का उल्लंघन हुआ था.
कौन हैं वैभव गहलोत
वैभव गहलोत राजस्थान के तीन बार सीएम रहे अशोक गहलोत के बेटे हैं, जो वर्तमान में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के अध्यक्ष हैं. वैभव ने साल 2019 में जोधपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था. लेकिन केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से वो चुनाव हार गए थे.
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