अंश राज, नई दिल्ली, Farmers Protest: अपनी मांगों को लेकर 13 फरवरी से किसान और सरकार के बीच चार बार बैठक हो चुकी है. न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के साथ-साथ 12 मांगों को लेकर किसान शंभू बॉर्डर पर डेरा जमाए हुए हैं और राजधानी दिल्ली में घुसने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं. बातचीत विफल होने के बाद- किसानों ने आज यानी कि बुधवार को एक बार फिर से दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है. इसके लिए हजारों की संख्या में किसान तैयार हैं.  वहीं दिल्ली पुलिस किसानों को लेकर अलर्ट मोड पर है और चप्पे-चप्पे पर उनकी नजर है.



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बॉर्डर पर संग्राम
सरकार के साथ बैठक विफल होने के बाद सोमवार को ही किसानों ने दिल्ली कूच करने का ऐलान कर दिया था. हजारों की संख्या में किसानों ने दिल्ली कूच करने के लिए तैयार है. शंभू बॉर्डर पर किसानों ने डेरा जमाया हुआ है. वहीं पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए कंटीले तार से लेकर बैरिकैडिंग भी की हुई है. राजधानी की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस की पैनी नजर है और चप्पे-चप्पे पर पहरा है.


चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर
किसानों को रोकने के लिए बैरिकैडिंग और जमीन में कीलें गाढ़ हुई हैं. वहीं इन कीलों को उखाड़ने और बैरिकैडिंग को हटाने के लिए किसानों ने भी पुख्ता इंतजाम कर लिए है. बात दें कि किसान करीब 12 हजार ट्रैक्टर के साथ दिल्ली में दाखिल होने की कोशिश कर सकते हैं. उन्होंने बैरिकैडिंग को हटाने के लिए पोर्कलेन मशीन भी अपने साथ रखी है. किसानों के आज बुधवार को दिल्ली मार्च के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों से शांति की अपील की है.



पोकलेन मशीन की खासियत
पोकलेन मशीन बेरिकेड्स को हटाने में काफी सक्षम होती है. मिली जानकारी के मुताबिक किसानों ने पोकलेन मशीन का ड्राइवर केबिन लोहे की चादर से बुलेटप्रूफ बनाया है, जिससे कि ड्राईवर पर पुलिस की गोलियों का कोई असर नहीं होगा. शंभू बॉर्डर से दिल्ली में घुसने के लिए किसान इसी मशीन का इस्तेमाल करेंगे.एक बार फिर से दिल्ली की ओर बढ़ने को लेकर गृह मंत्रालय ने चिंता जाहिर की है. मिली जानकारी के अनुसार पंजाब में कानून व्यवस्था को लेकर मंत्रालय ने माहौल बिगाड़ने वालों पर कड़ी कारर्वाई के निर्देश जारी किए हैं.


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