लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वालों को भड़काने के आरोप में आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक अमानतुल्लाह खाने के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.  उन पर सोशल मीडिया हैंडल से आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है. गौरतलब है कि जामिया मिल्लिया के आसपास हुई हिंसा के मामले में भी अमानतुल्लाह का नाम आया था और उसके बाद से उन पर कार्रवाई करने की योजना बन रही थी.


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जामिया विश्वविद्यालय हिंसा में आरोपी



कुछ दिन पहले ही जामिया मिल्लिया इस्लामिया के आसपास हुए हिंसक प्रदर्शन में भी अमानतुल्लाह खान का नाम आया था. जानकारी के मुताबिक पुलिस की कार्रवाई के दौरान उनके समर्थकों ने उन्हें वहां से हटा लिया. प्रदर्शन उनकी अगुआई में ही शुरू हुआ था. माता मंदिर के पास एक बस जलाई गई और इसके बाद प्रदर्शन हिंसक होने लगा.


दिल्ली पुलिस की FIR में 10 लोगों का था नाम


दिल्ली पुलिस ने घटना के बाद एफआईआर दर्ज की थी जिसमें 10 लोगों का नाम था. इसमें जामिया के किसी छात्र का नाम शामिल नहीं था. इसमें पूर्व कांग्रेस विधायक सहित अन्य स्थानीय नेताओं का नाम था. घटना के बाद बीजेपी नेताओं ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक के ऑफिस में जाकर उपमुख्यमंत्री और अमानतुल्लाह खान के खिलाफ शिकायत की थी और कार्रवाई की मांग की थी.



जमकर हुआ था बवाल


गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने जिन युवकों को गिरफ्तार किया है उन पर रविवार रात हुए बवाल में शामिल होने का आरोप है. इन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई है. हिंसा में चार सरकारी बसों को आग लगा दी गई थी. राहगीरों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई थी. जिसके बाद पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों को लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया था. आरोप है कि पुलिस ने यूनिवर्सिटी के अंदर तक घुसकर आंसू गैस के गोले दागे थे.


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