नई दिल्ली: देश-विदेश और संसद में आजकल बस एक ही नाम गूंज रहा है, वो है 'अडानी'.. हो भी क्यों न? महज एक हफ्ते में शेयर मार्केट में इन्वेस्टर्स के लाखों करोड़ डूब गए. बात अगर गौतम अडानी की करे तो दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में वो दिन बा दिन नीचे फिसलते जा रहे है. जहां हफ्ते भर पहले की बात की जाए तो गौतम अडानी इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर थे, जो अब 17वें नंबर पर पहुंच गये हैं. हालांकि इस लिस्ट में कुछ समय के लिए अडानी 22वें नंबर पर भी पहुंच गए थे.


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इस मामले की शुरुआत 25 जनवरी से हुई, जब 24 जनवरी को अमेरिकी फोरेंसिक फाइनेंशियल फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी समूह को लेकर एक रिपोर्ट निकाली. इसी के बाद से अडानी समूह के शेयरों में अंधाधुंध गिरावट शुरू हो गई और एक हफ्ते के अंदर अडानी समूह ने शेयर 50-60% तक गिर चुके हैं.


अडानी की दिन बा दिन काम होती दौलत
हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के साथ-साथ गौतम अडानी की जिंदगी में खलबली मचा दी है. दुनिया के सबसे अधिक धनवान व्यक्तियों की श्रेणी में बहुत नीचे पहुंचा दिया है. आज से लगभग 15 दिन पहले 17 जनवरी को गौतम अडानी की कुल नेटवर्थ 124 बिलियन डॉलर थी और वो अरबपतियों की सूची में तीसरे स्थान पर थे. आंकड़ों से समझते हैं दिन बा दिन कैसे कम हुई अडानी की दौलत..


तारीख कुल संपत्ति लिस्ट में स्थान
17 जनवरी 2023 124 बिलियन डॉलर 3
25 जनवरी 2023 113 बिलियन डॉलर 4
27 जनवरी 2023 92.7 बिलियन डॉलर 6
30 जनवरी 2023 84.4 बिलियन डॉलर 8
31 जनवरी 2023 84.5 बिलियन डॉलर 8
01 फरवरी 2023 72.1 बिलियन डॉलर 14
02 फरवरी 2023 61.3 बिलियन डॉलर 18
03 फरवरी 2023 (कुछ समय के लिए) 59.2 बिलियन डॉलर 22

फिलहाल अरबपतियों की लिस्ट में गौतम अडानी कुल 61.7 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ 17 स्थान पर काबिज हैं. शुक्रवार को अडानी ग्रुप के कुछ शेयरों में निचले स्तर से अच्छी तेजी देखने को मिली.


हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में क्या था?
अमेरिका की शार्ट सेलिंग फार्म हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप को लेकर अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अडानी ग्रुप के शेयरों में गड़बड़ी हुई है. हिंडनबर्ग ने अडानी समूह के लेखा-जोखा में धोखाधड़ी का भी जिक्र किया गया है. साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि ये समूह सालों से अपने शेयरों में भी हेर फेर कर रहे है. जिसकी वजह से इस ग्रुप के संस्थापक गौतम अडानी की कुल संपत्ति में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है.हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी के शेयरों में भूचाल आ गया है.


अडानी ग्रुप की सफाई के बाद भी हालात नहीं सुधरे
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह की तरफ से बयान आया था कि कंपनी में सब ठीक है. हमें बदनाम करने की साजिश हो रही है. अडानी ग्रुप की कंपनियों के पास पर्याप्त कैपिटल है और समूह अपने लोन का रीपेमेंट समय पर कर रहा है. इन्वेस्टर्स को चिंता करने की जरूरत नहीं है, लेकिन इसका असर शेयर मार्केट पर नहीं हुआ और शेयरों के दाम गिरना बंद नहीं हुए.


इसके बाद खुद अडानी समूह के मालिक गौतम अडानी ने एक वीडियो मैसेज जारी किया. जिसमें उन्होंने कंपनी में किसी भी तरह की गड़बड़ी के आरोप को गलत बताया. साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया की कंपनी में सब ठीक है. इतनी सफाई आने के बाद भी अडानी ग्रुप के शेयरों की शेयर मार्केट में पिटाई बंद नहीं हो रही है. रोज इस ग्रुप के शेयर 20-30% तक की गिरावट दिखा रहे हैं.


हालत ये है कि सिर्फ एक हफ्ते में अडानी समूह ने अपना 10 लाख करोड़ से ज्यादा का मार्केट कैपिटल खो दिया है. NSE ने अडानी ग्रुप के शेयरों को ASM (Additional Surveillance Measure) श्रेणी में शामिल कर दिया है. RBI ने बैंकों से अडानी समूह को दिए गए लोन की रिपोर्ट मांगी है. अडानी ग्रुप में चल रहे विवाद ने संसद ने जोर पकड़ा और संसद सत्र हंगामे की भेट चढ़ गया.


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