`1 करोड़ रुपये लेकर गहलोत सरकार ने बिहारी छात्रों की ट्रेन को दी अनुमति`
कांग्रेस का झूठ दोहरा रवैया कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की लड़ाई को कमजोर कर रहा है. एक तरफ राहुल गांधी मजदूरों और छात्रों के हितैषी होने का ढोंग कर रहे हैं और दूसरी तरफ उन्हीं की राजस्थान सरकार छात्रों और मजदूरों की घर वापसी में रोड़े लगा रही है.
पटना: पूरे देश में लॉकडाउन के कारण मजदूरों और छात्रों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. आये दिन मजदूरों के पैदल चलने से मृत्यु हो जाने की खबरें सामने आ रही हैं. इसके बावजूद राजनीतिक दल और उनके नेता संवेदनशील नहीं हो रहे हैं. जो राहुल गांधी केंद्र सरकार से प्रवासी मजदूरों को घर भेजने की गुजारिश कर रहे हैं उन्हीं की कांग्रेस शासित राजस्थान की सरकार तरह तरह के रोड़े अटका रही है. बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है.
राजस्थान सरकार ने लिए एक करोड़ रुपये
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अशोक गहलोत की सरकार पर आरोप लगाया है कि कोटा से 18 हजार छात्रों की वापसी के लिए जब 13 विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई, तब वहां की कांग्रेस सरकार ने छात्रों के किराये के एक करोड़ रुपये बिहार सरकार से जमा कराने के बाद ही ट्रेन खुलने दी.
कांग्रेस के इस कर्म में राजद भी शामिल
सुशील मोदी ने लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से भी सवाल पूछ लिया. उन्होंने कहा कि बिहार में कांग्रेस और राजद का गठबंधन है और कांग्रेस ने बिहारियों के साथ भेदभाव किया है. राजद को भी इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिये क्योंकि वे भी मजदूरों और छात्रों को बिहार वापस लाने के लिए कह रहे थे. अब कांग्रेस ने एक करोड़ रुपये लेकर जो बिहारियों के साथ किया है उसमें राजद भी बराबर की हिस्सेदार है.
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सुशील मोदी ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि राहुल गांधी की चुनावी प्रतिष्ठा बचाने वाले केरल के लोगों को बिहार से वापस भेजने के लिए कांग्रेस ने तीन बसों का किराया चुकाया. साथ ही उन्होंने राजद से भी सवाल किया कि कांग्रेस अगर बिहारी छात्रों के लिए वसूले गए 1 करोड़ रुपये नहीं लौटाती है तो क्या लालू प्रसाद यादव बिहार में इस पार्टी से गठबंधन तोड़ेंगे.