`पद्मश्री` से सम्मानित `हजूरी रागी` की कोरोना ने ली जान
स्वर्ण मंदिर के पूर्व `हजूरी रागी` ज्ञानी निर्मल सिंह का गुरुवार सुबह कोरोना की चपेट में आने से मौत हो गई. उनकी स्थिति बुधवार को काफी गंभीर हो गई थी जिसके बाद उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था
अमृतसर: कोरोना वायरस एक महामारी का रूप ले चुकी है. इसकी चपेट में अबतक कई जानें आ चुकी है लेकिन इसका कहर थमने का नाम नहीं ले रही है. कोरोना से संक्रमित हो कर स्वर्ण मंदिर के पूर्व 'हजूरी रागी' का गुरुवार सुबह करीब 4.30 बजे निधन हो गया.
हाल ही में लौटे थे विदेश से
बता दें कि 'हजूरी रागी' ज्ञानी निर्मल सिंह की पिछले कुछ दिनों से तबीयत खराब थी जिसके बाद कोरोना की जांच करवाई गई थी. बुधवार को जांच में स्पष्ट हुआ था कि वह कोरोना पॉजिटिव है. जिसके बाद से ही वह वेंटिलेटर पर थे. हजूरी रागी कुछ ही दिन पहले विदेश से लौटे थे. गुरु नानक देव अस्पताल की प्रिंसिपल डॉ. सुजाता शर्मा ने बताया कि उनकी हालत बुधवार शाम को काफी गंभीर हो गई थी और उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था.
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पंजाब के आपदा प्रबंधन के विशेष मुख्य सचिव केबीएस सिंधु ने सुबह यह जानकारी दी कि ज्ञानी निर्मल सिंह का सुबह 4:30 बजे निधन हो गया. हजूरी रागी को ससांस लेने में दिक्कत और चक्कर आने की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
पद्दम श्री से थे सम्मानित
हजूरी रागी पद्म श्री से सम्मानित किए जा चुके हैं. हजूरी रागी 62 वर्ष के थे और उन्हें 'गुरबाणी' के सभी रागों का ज्ञान था.