नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को अपने तीन दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे, जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत स्वयंसेवकों के शिविर में भाग ले रहे हैं. लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को लगे झटके के मद्देनजर मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ के बीच मुलाकात को लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही थीं.


अभी तक मुलाकात को लेकर कोई घोषणा नहीं


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दोनों की शनिवार को कोई मुलाकात नहीं हुई. इस संबंध में पूछे जाने पर RSS सूत्रों ने कहा कि किसी भी तय मुलाकात की घोषणा नहीं की गई है. ‘कार्यकर्ता शिविर’ में भाग लेने बुधवार को गोरखपुर पहुंचे भागवत रविवार तक यहीं रहेंगे. मोहन भागवत आज RSS शिविर में रहे. वहीं मुख्यमंत्री योगी ने भी शनिवार को एशियाई शेर 'भरत' और शेरनी 'गौरी' को शहीद अशफाक उल्लाह खान प्राणि उद्यान (गोरखपुर जू) में उनके बाड़े में छोड़ा और अधिकारियों के साथ बैठक भी की. 


बीजेपी के साथ मतभेदों को खारिज कर चुका है RSS


RSS ने शुक्रवार को भाजपा के साथ अपने मतभेद की खबरों को खारिज कर दिया था. संघ ने इस बात का भी खंडन किया कि लोकसभा चुनाव परिणामों को लेकर सरसंघचालक भागवत की आलोचनात्मक टिप्पणियां सत्तारूढ़ पार्टी को निशाना बनाकर की गई थीं. आरएसएस सूत्रों ने कहा, 'RSS और भाजपा के बीच कोई दरार नहीं है.' 


गोरखपुर में 3 जनवरी से चल रहा है शिविर


गोरखपुर के चिउटाहा इलाके में एसवीएम पब्लिक स्कूल में 'कार्यकर्ता विकास वर्ग' नामक शिविर में काशी, गोरखपुर, कानपुर और अवध क्षेत्र के करीब 280 आरएसएस स्वयंसेवक हिस्सा ले रहे हैं. शिविर तीन जून को शुरू हुआ था. इस बीच अपने प्रवास के दौरान मोहन भागवत स्वयंसेवकों और प्रशिक्षकों के साथ अलग-अलग बैठकें करेंगे. 


मणिपुर के हालात पर चिंता जता चुके हैं भागवत


आयोजन स्थल के अंदर और बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और केवल चयनित स्वयंसेवकों को ही आयोजन स्थल में आने की अनुमति है. भागवत ने सोमवार को नागपुर में संगठन के 'कार्यकर्ता विकास वर्ग-द्वितीय' के समापन कार्यक्रम में आरएसएस प्रशिक्षुओं की एक सभा को संबोधित किया था, जहां उन्होंने मणिपुर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी.


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