कश्मीर में गांधीवादी मूल्यों को बढ़ावा देगा प्रशासन, `सत्य और अहिंसा` से ऐसे जोड़े जाएंगे छात्र
प्रशासन नई पीढ़ी के चरित्र में गांधीवादी मूल्यों को समाहित करने के लिए सभी स्कूल और कॉलेज में ‘सत्य और अहिंसा’ पर वाद-विवाद तथा निबंध लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित कराएगा.
श्रीनगर. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश का प्रशासन नई पीढ़ी के चरित्र में गांधीवादी मूल्यों को समाहित करने के लिए सभी स्कूल और कॉलेज में ‘सत्य और अहिंसा’ पर वाद-विवाद तथा निबंध लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित कराएगा.
श्रीनगर के एसकेआईसीसी में शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कहा कि महात्मा गांधी को सत्य और अहिंसा के दो सिद्धांत बहुत प्रिय थे. उन्होंने कहा, 'अगले कुछ दिनों में हम सभी स्कूल और कॉलेज में वाद-विवाद तथा निबंध लेखन प्रतियोगिता शुरू करेंगे. गांधी जयंती पर, हम सभी पुरस्कार विजेता विद्यार्थियों और देश के प्रमुख गांधीवादियों को एकत्र करेंगे, ताकि महात्मा गांधी के मूल्य (वैल्यू) किताबों तक ही सीमित न रहे बल्कि हमारी नैतिकता और चरित्र में भी प्रतिबिंबित हों.' मनोज सिन्हा ने ट्वीट कर शिक्षक दिवस की बधाई दी है.
समाज का अपराधियों के खिलाफ खड़ा होना जरूरी
उन्होंने कहा कि हाल में आतंकवादियों द्वारा शिक्षकों की हत्या करने की घटनाएं हुई हैं. उपराज्पाल ने कहा, कुछ समय पहले कुछ लोगों ने निर्दोष शिक्षकों की हत्या का जघन्य अपराध किया है. सुरक्षा बल अपना काम कर रहे हैं लेकिन मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि समाज ऐसे अपराधों के खिलाफ खड़ा हो. जम्मू कश्मीर में बेगुनाहों का बहुत खून बहाया गया है. अगर हम और कुछ नहीं कर सकते तो कम से कम इसकी निंदा तो कर ही सकते हैं.'
ईदगाह में कर दी गई थी शिक्षकों की हत्या
वह उन घटनाओं का हवाला दे रहे थे जिनमें पिछले साल शहर के ईदगाह इलाके में एक स्कूल में दो शिक्षकों की हत्या कर दी गई थी. इसके अलावा इस साल की शुरुआत में कुलगाम जिले में एक अन्य शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.'